उत्तराखंड में ई-संजीवनी ने 1.26 लाख को दी आस
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किए गए ई-संजीवनी पोर्टल ने कोरोना काल में कोरोना संक्रमितों के साथ ही अन्य को इलाज में काफी राहत दी है। इसके जरिये प्रदेश में अभी तक 1.26 लाख मरीजों व व्यक्तियों को आनलाइन व टेलीफोन के जरिये स्वास्थ्य परामर्श दिया जा चुका है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किए गए ई-संजीवनी पोर्टल ने कोरोना काल में कोरोना संक्रमितों के साथ ही अन्य को इलाज में काफी राहत दी है। इसके जरिये प्रदेश में अभी तक 1.26 लाख मरीजों व व्यक्तियों को आनलाइन व टेलीफोन के जरिये स्वास्थ्य परामर्श दिया जा चुका है।
प्रदेश में इस वर्ष अप्रैल माह में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी तेजी से आई। स्थिति यह बनी कि सभी सरकारी व निजी अस्पतालों के साधारण व आक्सीजन बेड पूरी तरह भर गए। आइसीयू व वेंटीलेटर भी खाली नहीं थे। मरीज व उनके तीमारदार बुरी तरह परेशान हो चुके थे। ऐसे में प्रदेश सरकार ने घरों में ही मरीजों का इलाज कराने के लिए ई-संजीवनी आनलाइन सेवा शुरू की। इसमें कोरोना संक्रमितों के साथ ही अन्य बीमारियों के लिए मरीजों को स्वास्थ्य परामर्श देना शुरू किया गया। इसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई। ई-संजीवनी में टेलीफोन अथवा मोबाइल के जरिये चिकित्सकों से सीधे बात करने की व्यवस्था की गई। सरकार की इस पहल को आमजन ने हाथों-हाथ लिया। अप्रैल में प्रतिदिन औसतन 1500 व्यक्तियों ने पूरे प्रदेश से ई-संजीवनी के जरिये स्वास्थ्य परामर्श लिया। इस दौरान विशेषज्ञ चिकित्सों ने कोरोना संक्रमितों के घर बैठे इलाज करने में मदद की और अन्य मरीजों की बीमारियों को लेकर उचित परामर्श दिया गया। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि ई-संजीवनी के जरिये फोन ही नहीं, बल्कि ई-मेल के जरिये भी मरीजों को स्वास्थ्य परामर्श देना सुनिश्चित किया गया। यह सुविधा अभी जारी है और मरीज अभी भी इसका लाभ उठा रहे हैं।
किस जिले से कितने व्यक्तियों ने लिया लाभ
- अल्मोड़ा - 4541
- बागेश्वर - 4786
- चमोली - 6046
- चम्पावत - 4328
- देहरादून - 23199
- हरिद्वार - 30040
- नैनीताल - 13384
- पौड़ी - 9144
- पिथौरागढ़ - 5119
- रुद्रप्रयाग - 2730
- टिहरी - 4215
- ऊधम सिंह नगर - 10057
- उत्तरकाशी - 9314
- कुल - 126903
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