सड़क पर आ धमके नौ हाथी, थम गई लोगों की सांसे; आधा घंटा जाम रहा ट्रैफिक
जंगल में पानी की कमी हो गई है। ऐसे में हाथियों का झुंड ऋषिकेश से चंद्रभागा नदी को पार कर प्रतिदिन शिवालिक वृत्त के जंगल में पहुंच रहा है। शुक्रवार की शाम नौ हाथियों का झुंड सड़क पर आ धमका।
ऋषिकेश, जेएनएन। शीतकाल की दस्तक के साथ ही जंगल में पानी की कमी हो गई है। ऐसे में हाथियों का झुंड ऋषिकेश से चंद्रभागा नदी को पार कर प्रतिदिन शिवालिक वृत्त के जंगल में पहुंच रहा है। शुक्रवार की शाम नौ हाथियों का झुंड सड़क पर आ धमका। वन विभाग की टीम ने करीब आधा घंटा दोनों तरफ से ट्रैफिक रोक कर गज परिवार को यहां से आगे की ओर बढ़ने दिया।
देहरादून वन प्रभाग की ऋषिकेश रेंज के अंतर्गत शीतकाल में जंगल में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में विशेष रूप से हाथियों का झुंड यहां देहरादून रोड को पार करके चंद्रभागा सूखी नदी के जरिए शिवालिक व्रत के जंगल में पहुंच जाता है। अगली रोज सुबह यह गज परिवार ऋषिकेश रेंज के जंगल में प्रवेश करता है। पिछले 15 दिनों से हाथियों का झुंड प्रतिदिन शाम को चार से पांच बजे के बीच देहरादून रोड को पार करता है। शुक्रवार की शाम करीब पांच बजे नौ हाथियों का झुंड सड़क के किनारे आकर खड़ा हो गया, क्योंकि उस वक्त सड़क पर ट्रैफिक इनकी राह में बाधा बन रहा था।
सूचना पाकर बीट अधिकारी दीपक कैंतूरा, बीट सहायक राजबहादुर, पीआरडी के जवान अनुराग मौके पर पहुंचे। वन कर्मियों ने सड़क के दोनों और यातायात को रुकवाया। इस बीच मौके पर पटाखे भी फोड़े गए। करीब आधा घंटा यहां ट्रैफिक रोका गया। इस बीच हाथियों का यह झुंड धीरे-धीरे सड़क को पार कर चंद्रभागा नदी की ओर आगे बढ़ गया। हाथियों के झुंड में एक चंचल शिशु काफी देर तक बार-बार सड़क की ओर मुड़ जाता था, जिसे झुंड का व्यस्क हाथी किसी तरह से आगे ले गया।
वन क्षेत्राधिकारी एमएस रावत ने बताया कि बड़कोट रेंज के जंगल से यह झुंड ऋषिकेश रेंज के जंगल में आया है। प्रतिवर्ष ऐसा ही होता है। शीतकाल में हाथियों के झुंड की सड़क पर सक्रियता को देखते हुए वन विभाग की टीम को अलर्ट किया गया है। जरूरत पड़ी तो शाम के वक्त यहां कानबाई चलाई जाएगी।
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