पालिका ने ही लुटाई सरकारी संपत्ति, एसआइटी करेगी जांच
मसूरी नगर पालिका के अधीन करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्ति खुद पालिका ने ही लुटा डाली। देहरादून जिला प्रशासन की जांच में यह सामने आया है। अब मंडलायुक्त रविनाथ रमन ने सरकारी संपत्ति को खुर्दबुर्द करने के मामले में भूमि संबंधी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) से मुकदमा दर्ज कर जांच करने की संस्तुति की है। साथ ही विभागीय जांच की संस्तुति भी शहरी विकास सचिव को भेजी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: मसूरी नगर पालिका के अधीन करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्ति खुद पालिका ने ही लुटा डाली। देहरादून जिला प्रशासन की जांच में यह सामने आया है। अब मंडलायुक्त रविनाथ रमन ने सरकारी संपत्ति को खुर्दबुर्द करने के मामले में भूमि संबंधी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) से मुकदमा दर्ज कर जांच करने की संस्तुति की है। साथ ही विभागीय जांच की संस्तुति भी शहरी विकास सचिव को भेजी है।
तहसीलदार सदर और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) की रिपोर्ट के मुताबिक मसूरी नगर पालिका ने नियमों के विपरीत सामान्य कागज पर ही भूमि रोटरी क्लब मसूरी को लीज पर दे दी। इसके बाद क्लब के तत्कालीन पदाधिकारी नितिन मोहन और एम त्रिपाठी ने यह भूमि संजय गोयल नाम के व्यक्ति को बेच दी। इस भूमि पर आज पेट्रोल पंप चल रहा है। जमीन विक्रेता और क्रेता ने बयानों में स्वीकार भी किया कि संपत्ति उनकी नहीं है। वहीं, रोटरी क्लब ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ संजय गोयल के पक्ष में भवन की रजिस्ट्री कराई थी। प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर अब मंडलायुक्त रविनाथ रमन ने सचिव शहरी विकास और पुलिस महानिरीक्षक (गढ़वाल) को मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति कर दी है। मंडलायुक्त ही एसआइटी (भूमि) के अध्यक्ष भी होते हैं। पालिका बच रही मुकदमा दर्ज करने से
इस पूरे प्रकरण में मसूरी नगर पालिका प्रशासन सरकारी संपत्ति हड़पने के मामले में मुकदमा दर्ज कराने से बच रहा है, जबकि पालिका के अधिशासी अधिकारी एसआइटी के सदस्य भी हैं। इससे पालिका कार्मिकों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जबकि पहले के एक अन्य मामले में आइजी गढ़वाल भी पालिका से कह चुके हैं कि उनके आधार पर कार्रवाई की जा सकती है। पहले भी लुटाई सरकारी भूमि
-माउंटरोज एस्टेट में पालिका की परिसंपत्तियों पर कब्जे हैं। पालिका अध्यक्ष ने अब डीएम से जांच की मांग की है।
-बार्लोगंज क्षेत्र में भी पालिका की भूमि पर कब्जा है। इस प्रकरण में एसआइटी ने पालिका को मुकदमा दर्ज कराने को हरी झंडी दी, बावजूद इसके पालिका के कदम ठिठके हुए हैं।
-मीट और सब्जी मंडी के लिए जिस भूमि का अधिग्रहण किया गया, उसे भी कब्जा लिया गया।
-एक अन्य भूमि पर कब्जा कर वेडिंग प्वाइंट बना लिया गया। मामला डंप पड़ा है।
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मंडलायुक्त/एसआइटी अध्यक्ष की संस्तुति के मुताबिक शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। सरकारी संपत्ति खुर्दबुर्द करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।
-अभिनव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक (गढ़वाल)
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मसूरी में पालिका की भूमि पर पेट्रोल पंप तैयार करने के मामले में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। इस पर कार्रवाई की संस्तुति मंडलायुक्त को भेज दी गई है। आगे की कार्रवाई एसआइटी व पालिका के स्तर पर की जाएगी।
-बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व)