उत्तराखंड के कृषि उत्पादों की महक बढ़ाएगा 'जायका', पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड के उद्यान एवं कृषि उत्पादों के विपणन को जापान इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी (जायका) गति प्रदान करेगा। हाल ही में जायका के पदाधिकारियों निरंजनपुर स्थित कृषि उत्पादन मंडी का भ्रमण कर भावी योजनाओं पर चर्चा की।उन्होंने कृषि विपणन के उन्नयन को लेकर मंडी अध्यक्ष कुलदीप बुटोला के साथ विचार-विमर्श किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड के उद्यान एवं कृषि उत्पादों के विपणन को जापान इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी (जायका) गति प्रदान करेगा। हाल ही में जायका के पदाधिकारियों निरंजनपुर स्थित कृषि उत्पादन मंडी का भ्रमण कर भावी योजनाओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कृषि विपणन के उन्नयन को लेकर मंडी अध्यक्ष कुलदीप बुटोला के साथ विचार-विमर्श किया। साथ ही भावी योजनाओं से अवगत कराते हुए विपणन नीति में सुधार और व्यापक विस्तार के सुझाव भी दिए।
जायका की इंडिया प्रभारी काओरी फ्यूजियाना ने बताया कि उत्तराखंड के उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में खासी मांग है। ऐसे में विपणन नीति को और बेहतर बनाते हुए उत्पादों को व्यापक स्तर पर निर्यात किया जा सकता है। मंडी अध्यक्ष ने जायका के अधिकारियों को परियोजनाओं के क्रियान्वयन और सफल संचालन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उद्यान के उपनिदेशक डा. सुरेश राम ने उद्यान और नर्सरी विकास पर आपसी समन्वय बनाने पर जोर दिया। इस दौरान मंडी समिति के सचिव विजय थपलियाल ने राष्ट्रीय कृषि बाजार, ई-नाम आदि योनजाओं की उपयोगिता बताई। इस दौरान मंडी निरीक्षक अजय डबराल, प्रीतम डिमरी, हरीश कोहली आदि ने भी मंडी की विपणन प्रणाली को और मजबूत बनाने जाने की बात कही।
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चाय बागान में पुलिस पिकेट लगाने की मांग
प्रेमनगर से सटे चाय बागान क्षेत्र में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को देखते हुए क्षेत्रवासियों ने वहां पुलिस पिकेट स्थापित करने की मांग की है। क्षेत्रवासियों ने प्रेमनगर थानाध्यक्ष को पत्र भेजकर पूर्व की भांति सुबह नौ से शाम छह बजे तक पुलिस कर्मियों को चाय बागान में तैनात करने की गुहार लगाई है।
आरकेडिया ग्रामसभा की पूर्व उप प्रधान व जिला कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता गीता बिष्ट ने कहा कि कुछ साल पहले क्षेत्रवासियों की मांग पर मोहनपुर स्थित चाय बागान के पास पुलिस पिकेट बनाई गई थी। जिसमें एक महिला व एक पुरुष सिपाही की ड्यूटी सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक रहती थी। इस दौरान क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के घूमने का सिलसिला थमा हुआ था, लेकिन कुछ समय पूर्व यहां पुलिस कर्मियों की तैनाती बंद कर दी गई और फिर पिकेट को भी हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि जल्द एक क्षेत्रवासियों का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी देहरादून से मिलकर ज्ञापन सौंपकर पिकेट लगान और बागान की झाड़ियों को काटने की मांग करेगा।
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