Move to Jagran APP

जल्दबाजी के फेर में टूटी थानो रोड स्थित बडासी पुल की एप्रोच, राजमार्ग के मुख्य अभियंता ने शुरू की मामले की जांच

थानो रोड पर बडासी के पास वर्ष 2018 में बने पुल की एप्रोच रोड ध्वस्त होने की जांच शुरू कर दी गई है। जांच स्वयं राजमार्ग इकाई के मुख्य अभियंता एसके बिड़ला कर रहे हैं। राजमार्ग खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता जेएस रावत व अन्य अभियंताओं के साथ निरीक्षण किया।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 06:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 06:10 AM (IST)
जल्दबाजी के फेर में टूटी थानो रोड स्थित बडासी पुल की एप्रोच, राजमार्ग के मुख्य अभियंता ने शुरू की मामले की जांच
बडासी के पास वर्ष 2018 में बने पुल की एप्रोच रोड ध्वस्त होने की जांच शुरू हो गई है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: थानो रोड पर बडासी के पास वर्ष 2018 में बने पुल की एप्रोच रोड ध्वस्त होने की जांच शुरू कर दी गई है। जांच स्वयं राजमार्ग इकाई के मुख्य अभियंता एसके बिड़ला कर रहे हैं। इस क्रम में गुरुवार सुबह उन्होंने राजमार्ग खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता जेएस रावत व अन्य अभियंताओं के साथ ध्वस्त एप्रोच रोड का निरीक्षण किया।

loksabha election banner

निरीक्षण में मुख्य अभियंता बिड़ला ने प्रथम दृष्ट्या यह पाया कि एप्रोच रोड का निचला भाग पूरी तरह बैठ नहीं पाया था। अब जब इसमें सेटेलमेंट हुआ तो ऊपरी दबाव के चलते इसका एक हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। मुख्य अभियंता ने जांच रिपोर्ट तैयार करने के लिए पुल के डिजाइन आदि भी तलब किए हैं। साथ ही निर्माण के दौरान कराई गई सैंपलिंग के परिणाम भी मांगे हैं। मुख्य अभियंता के मुताबिक जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है। जल्द प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।

उपजिलाधिकारी ने भी किया निरीक्षण

जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर उपजिलाधिकारी सदर गोपालराम बिनवाल ने भी बडासी पुल का निरीक्षण किया। थानो रोड पर कुल तीन पुलों का निर्माण किया गया है। लिहाजा, उपजिलाधिकारी ने सभी पुलों का निरीक्षण किया।

जिस पुल पर चार अभियंता निलंबित किए, वहां फिर दरार

थानो रोड पर बनाए गए तीन पुलों में से बीच वाले पुल पर निर्माण के कुछ समय बाद ही एप्रोच रोड के हिस्से पर दरार के साथ धंसाव हो गया था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर चार अभियंताओं को निलंबित किया गया था। निलंबित अभियंता रिवर्ट किए जाने के बाद बहाल हो गए हैं, मगर पुल की खामी बरकरार है। पुल की एप्रोच रोड पर उभरी दरार को उचित ढंग से दुरुस्त किए बिना तारकोल व सीमेंट की परत विभिन्न हिस्सों पर चढ़ाई गई है। हालांकि, विशेषज्ञ इसे उचित उपचार नहीं मानते। इस तरह इस पुल पर भी खतरा बरकरार है।

यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा- हरिद्वार कोरोना जांच फर्जीवाड़े में दोषियों पर होगी सख्‍त कार्रवाई

दोबारा बनेगी पुल की एप्रोच रोड

राजमार्ग खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता जेएस रावत ने बताया कि एप्रोच रोड के ध्वस्त हो जाने के बाद यहां कारों की आवाजाही भी बंद करा दी गई है। इसके शेष भाग से सिर्फ दुपहिया वाहन आवाजाही कर सकते हैं। अन्य वाहन पुल के नीचे सर्विस रोड से आवागमन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि एप्रोच रोड की मरम्मत नहीं की जा सकती। यहां नए सिरे से एप्रोच रोड बनाई जाएगी। वहीं, थानो रोड पर बीच वाले पुल की एप्रोच रोड पर दरार बरकरार होने पर भी उन्होंने इसी समाधान की बात कही। उन्होंने कहा कि बीच वाले पुल की एप्रोच रोड को भी दोबारा बनाने पर विचार किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- हरिद्वार में कुंभ के दौरान कोरोना टेस्टिंग में फर्जीवाड़े की जांच जिले को सौंपने पर सवाल

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.