Move to Jagran APP

एक्शन में टिहरी डीएम मंगेश, मुनिकीरेती में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की तैयारी

टिहरी जिले में डीएम मंगेश घिल्डियाल के आते ही प्रशासनिक अमला भी एक्शन में आ गया है। डीएम सोमवार सुबह मुनिकीरेती पहुंचे और सभी होटल व्यवसायियों के साथ बैठक की।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 12:24 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 12:54 PM (IST)
एक्शन में टिहरी डीएम मंगेश, मुनिकीरेती में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की तैयारी

देहरादून, जेएनएन। पिछले दो महीने से सुस्त गति से चल रहे टिहरी जिले में डीएम मंगेश घिल्डियाल के आते ही प्रशासनिक अमला भी एक्शन में आ गया है। डीएम ने मुनिकीरेती पहुंचकर सभी होटल व्यवसायियों के साथ बैठक की। इस दौरान ऋषिकेश के मुनिकीरेती में ही प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की तैयारी को लेकर चर्चा हुई। इसमें होटल व्यवसायियों की मदद ली जाएगी।  

loksabha election banner

दरअसल, अभी तक ऋषिकेश में प्रवासियों को रुकवाने के लिए प्रशासन ने कोई ठोस व्यवस्था नहीं की थी। इसके चलते सभी प्रवासी टिहरी पहुंच रहे थे और टिहरी में अचानक कोरोना के मामले बढ़ गए, लेकिन अब प्रशासन ऋषिकेश में ही प्रवासियों को क्वारंटाइन करेगा। डीएम ने कहा की इस मुहिम में सभी होटल व्यवसायियों की मदद ली जाएगी। प्रवासियों को अब होटल में ही ठहराया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो। 

जिलाधिकारी घिल्डियाल ने कहा कि होटल में सभी तरह की व्यवस्था प्रशासन करेगा। अगर कोई होटल कारोबारी अपना स्टाफ देना चाहता है, तो दे सकता है। नहीं तो प्रशासन की ओर से पीआरडी के जवानों को लगाया जाएगा। डीएम ने एसडीएम युक्ता मिश्रा को निर्देश दिए कि क्वारंटाइन सेंटर में बेहतर खाने की व्यवस्था की जाए। पूर्ति अधिकारी को इसके लिए नोडल बनाया गया है।

प्रवासियों को क्वारंटाइन करने को लेकर बैठक  

सोमवार को जिलाधिकारी मंगलेश घिल्डियाल ने बड़ी संख्या में उत्तराखंड लौटने वाले प्रवासियों को लेकर आ रही परेशानियों को देखते हुए मुनिकीरेती के गंगा रिजॉर्ट जीएमवीएन अतिथि गृह में अधिकारियों और होटल आश्रम संचालकों की बैठक बुलाई। जिलाधिकारी ने बताया कि विभिन्न प्रांतों से जितने भी प्रवासी लौट रहे हैं, उन्हें प्रशासन स्कूल, पंचायतघरों और गांव में क्वारंटाइन कर रहा है। वर्तमान में इनकी संख्या तेजी के साथ बढ़ गई है। मुनिकीरेती जनपद की सीमा पर स्थित है। यहां पर्याप्त संख्या में धर्मशाला, आश्रम, लॉज, होटल और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट स्थित है। इनमें प्रवासियों की कैसे व्यवस्था की जाए इस विषय पर इनके संचालकों से बात की गई है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। 

पालिका के सहयोग से व्यवस्था करेगा प्रशासन 

जिलाधिकारी ने बताया कि मुनिकीरेती, तपोवन, ढालवाला क्षेत्र में चार से पांच हजार लोगों को ठहरा सकते हैं। इनके भोजन, सैनिटाइजेशन और सफाई को लेकर होटल मालिकों आश्रम संचालकों ने अपनी शंका जाहिर की है। इसपर डीएम ने कहा कि जिस कक्ष में प्रवासी रहेगा उसकी सफाई और स्वयं करेगा। शेष व्यवस्था प्रशासन, नगर पालिका के सहयोग से करेगा। 

यह भी पढ़ें: टिहरी के नवनियुक्त जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने चार्ज संभालते ही अधिकारियों को किया 'चार्ज'

वहीं, ओंकारानंद इंस्टीट्यूट में खाने को लेकर हो रहे विवाद की बाबत उन्होंने कहा कि बैठक बुलाने का एक कारण यह भी है कि भोजन संबंधी मामलों का निस्तारण हो जाए। इसलिए लोगों के ठहरने की व्यवस्था को और अधिक बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां रोके गए लोगों में जिनके सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आते हैं उन्हें घरों के लिए भेजा जाएगा। बैठक में एसएसपी टिहरी वाईएस मुख्य विकास धिकारी अभिषेक रोहिला, एडिशनल एसपी उत्तम नेगी, उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, सीओ नरेंद्र नगर पीके शाह, थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: Coronavirus: रेड जोन से दून पहुंचे 297 प्रवासियों को किया संस्थागत क्वारंटाइन 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.