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पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षकों ने भरी हुंकार, जानिए क्या हैं मांगें

प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षकों ने परेड ग्राउंड में हुंकार भरी। इस दौरान शिक्षकों ने पुरानी पेंशन फिर से लागू करने की मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन किया।

By Edited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 08:26 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 03:53 PM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षकों ने भरी हुंकार, जानिए क्या हैं मांगें
पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षकों ने भरी हुंकार, जानिए क्या हैं मांगें

देहरादून, जेएनएन। प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षकों ने परेड ग्राउंड में हुंकार भरी। इस दौरान शिक्षकों ने पुरानी पेंशन फिर से लागू करने की मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डाक के माध्यम से ज्ञापन भेजा। 

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उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को प्रदेशभर से सैकड़ों शिक्षक दून पहुंचे। परेड ग्राउंड स्थित धरनास्थल में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान की अध्यक्षता में जुटे शिक्षकों ने सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। चौहान ने बताया कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संगठन के आह्वान पर देशभर में नई पेंशन नीति के खिलाफ आंदोलन हो रहा है। शिक्षकों ने केंद्र सरकार से वर्तमान में लागू अंशदायी पेंशन योजना बंद करने की मांग की। चौहान ने कहा कि अंशदायी पेंशन योजना कर्मचारियों के साथ छलावा है। 
बाजार आधारित योजना होने के कारण इसमे कार्मिकों की न तो पूंजी सुरक्षित है और न ही भविष्य। प्रांत कोषाध्यक्ष जनक सिंह राणा ने कहा कि सासद-विधायकों को तो सरकार पेंशन दे रही है, लेकिन अर्धसैनिक बलों और बाकी कर्मचारियों को इससे महरूम कर दिया गया। वहीं, शिक्षकों ने कहा कि वह आगामी चुनाव में वोट उसी को देंगे, जो पुरानी पेंशन लागू करेगा। अंत में शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डाक के माध्यम से ज्ञापन भेजा। धरने का संचालन संघ के महामंत्री नंदन सिंह रावत ने किया। इस दौरान संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक चौहान, विनोद उनियाल, प्रदीप पांडेय, इंद्र सिंह रावत, बलवंत अधिकारी, कुसुमलता, राम शर्मा, लक्ष्मीकांत आदि मौजूद रहे। 
इन मांगों को भी उठाया 
-शिक्षकों की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। 
-शिक्षकों को वर्गीकृत न किया जाए, सभी को समायोजित कर समान वेतन मिले। 
-प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करने की नीतियां बनें। 
-टीईटी शिक्षकों के व्यावसायिक प्रशिक्षण लेने से पूर्व आयोजित की जाए। 
अन्य संगठनों का भी समर्थन
प्राथमिक शिक्षक संघ के आंदोलन को अन्य शिक्षक संगठनों का भी साथ मिला। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा और महामंत्री राजेंद्र बहुगुणा ने बताया कि संघ भी पुरानी पेंशन नीति का समर्थन करता है। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की उत्तराखंड इकाई से जुड़े कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड पहुंच शिक्षकों को समर्थन दिया। आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य पुरानी पेंशन व्यवस्था को तत्काल बहाल कराना है। इसके लिए संविधान के दायरे में रहकर सभी प्रयास किए जाएंगे।

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