बीएड टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने थाली बजाकर किया विरोध
राज्य के बीएड टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने सरकार को जगाने के लिए पांच सितंबर को शाम पांच बजकर पांच मिनट पर स्वजनों के साथ घर में थाली बजाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया।
देहरादून,जेएनएन। राज्य के बीएड टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने सरकार को जगाने के लिए पांच सितंबर को शाम पांच बजकर पांच मिनट पर स्वजनों के साथ घर में थाली बजाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उत्तराखंड राज्य टीईटी बीएड प्रशिक्षित बेरोजगार महासंघ के आह्वान पर किया गया। प्रशिक्षितों की मांग है कि प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त चार हजार पदों पर भर्ती शुरू की जाए।
शनिवार को महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि राज्य में 40 हजार बीएड प्रशिक्षितों ने 2011 और 2013 में अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास की, मगर इनमें से अधिकांश को अब तक नियुक्ति नहीं मिली है। जबकि, एनसीटीई ने टीईटी प्रमाण पत्र की वैधता केवल सात साल ही रखी है। इससे बेरोजगारों में निराशा है। बेरोजगारों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से गुहार लगाई है कि उनकी मांगों पर शीघ्र अमल किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव राणा, महासचिव बलबीर बिष्ट, उपाध्यक्ष नरेंद्र तोमर, अरविंद राणा, नवल किशोर, अरुण मेंदोला, राकेश रौथाण, पवन जगवाण, सूर्य मोहन परमार, मनमोहन सिंह, गरिमा, मनमोहन सिंह आदि शामिल रहे।
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हरीश रावत ने घर में बजाई थाली
उधर, काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी प्रशिक्षित बेरोजगारों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए जाखन के पास ओल्ड मसूरी रोड स्थित अपने आवास में थाली बजाकर सरकार का विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे समते सेट्रल बोर्ड की सभी भर्तियों को केंद्र सरकार जानबूझकर टाल रही है। युवाओं को बहलाने के लिए एकीकृत भर्ती का जुमला उछाला जा रहा है। नौजवान सरकार के इस खेल को समझ रहे हैं।