बायोमेट्रिक हाजिरी के व्यवहारिक पक्ष को भी देखें
जागरण संवाददाता, देहरादून : नैनीताल हाईकोर्ट के सभी विद्यालयों में 24 माह के भीतर बायोमेट्रिक मशीन ल
जागरण संवाददाता, देहरादून : नैनीताल हाईकोर्ट के सभी विद्यालयों में 24 माह के भीतर बायोमेट्रिक मशीन लगाने और एक दिन में तीन बार उपस्थिति के इस आदेश का शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है। उनका बस इतना कहना है कि इसे लेकर व्यवहारिक पहलुओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। शिक्षक नेताओं ने कहा कि किसी भी शिक्षक को बायोमेट्रिक उपस्थिति से एतराज नहीं है। लेकिन कई व्यवहारिक दिक्कतें हैं जिन्हें दूर करना होगा। दूरदराज के कई इलाकों में अभी भी बिजली नहीं है। कई क्षेत्रों में अक्सर बिजली गुल रहती है। कहीं ब्रॉडबैंड कनेक्टिीविटी नहीं हे। इस प्रकार की कई अन्य समस्याओं पर ध्यान देना भी जरूरी है। उनका कहना है कि अभी उच्च न्यायालय के फैसले का अध्ययन नहीं किया है। लेकिन सिर्फ इतना कहेंगे कि बायोमेट्रिक उपस्थिति सभी विभागों में अनिवार्य करनी चाहिए। शिक्षक तो पहले से ही बायोमेट्रिक उपस्थिति के पक्ष हैं। इतना जरूर है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में बायोमैट्रिक उपकरण लगाने में कई तकनीकी अड़चने हैं। इस प्रकार के व्यवहारिक पहलुओं को भी ध्यान रखना होगा।
' हाईकोर्ट के फैसले का अभी उन्होंने अध्ययन नहीं किया है। स्कूलों के अलावा अन्य विभागों में भी बायोमेट्रिक उपस्थिति का प्रावधान होना चाहिए। कई स्कूलें पहाड़ों के दूरदराज के क्षेत्रों में है। जहां बिजली एवं कनेक्टिविटी की दिक्कत है। इस व्यवहारिक पहलू का भी ध्यान रखना होगा'
-डॉ. केके डिमरी, प्रांतीय अध्यक्ष, राजकीय शिक्षक संघ
बायोमेट्रिक हाजिरी से किसी को भी एतराज नहीं है। पर इस व्यवस्था को लागू करने से पहले व्यवहारिक पक्ष भी देखने होंगे। कई इलाकों में अब भी विद्युत आपूर्ति नहीं है और कई जगह कई-कई दिन तक बत्ती गुल रहती है। इन समस्याओं को भी दूर करना होगा।
दिग्विजय चौहान, प्रांतीय महामंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ
बायोमेट्रिक मशीन लगाने के साथ ही इनका रखरखाव भी एक अहम मुद्दा है। इससे पूर्व कई स्कूलों में मशीन लगी है, पर रखरखाव के अभाव में वह ठप पड़ी हैं। इन्हें लगा जरूर दिया गया पर रखरखाव का खर्च विभाग ने नहीं दिया।
सतीश घिल्डियाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ