कोरोनाकाल में इस तरह बच्चों का रखें खास ख्याल, संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच मौसमी बीमारियां बना रहीं शिकार
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच इस वक्त बच्चों पर मौसम की मार भी पड़ रही है। टीकाकरण नहीं होने से जहां बच्चों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है वहीं मौसमी बीमारियां भी इन्हें अपना शिकार बना रही हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच इस वक्त बच्चों पर मौसम की मार भी पड़ रही है। टीकाकरण नहीं होने से जहां बच्चों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, वहीं मौसमी बीमारियां भी इन्हें अपना शिकार बना रही हैं। दून मेडिकल कालेज में बाल रोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.विशाल कौशिक बताते हैं कि कोरोना संक्रमण और वायरल के लक्षण मिलते जुलते हैं। ऐसे में बच्चों को सुरक्षित रखना अभिभावकों के लिए चुनौती है।
कम उम्र के बच्चों को घरों में सुरक्षित रखने का प्रयास करें। बाहरी संपर्क से बचाएं और गर्म कपड़े पहनाकर रखें। सर्दी, खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त और हरारत संक्रमण के शुरुआती लक्षण होते हैं, जो मौसम के बदलाव के कारण वायरल में भी देखने को मिलते हैं। उन्होंने बताया कि अत्याधिक ठंड में निमोनिया के भी मामले बढ़ने लगते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को साफ सफाई के बारे में बताएं। उनके कमरों को बिल्कुल साफ रखें। बच्चों को बार-बार हाथ धोने के लिए प्रेरित करें व उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए रखें। यदि जुकाम बुखार कुछ भी लक्षण दिखें तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
यह भी पढ़ें- हरिद्वार जिला न्यायालय के कई जज और 75 न्यायिक कर्मचारी-अधिकारी कोरोना संक्रमित, हड़कंप
रखें ख्याल
- बच्चों को आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक आदि ठंडी चीजें बिल्कुल ना दें।
- कोविड-19 लक्षण जैसे पेट दर्द, उल्टी-दस्त होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
- बच्चों को योग या कोई व्यायाम जरूर कराएं, जिससे उनकी इम्युनिटी बढ़ेगी।
- खाने में हेल्दी चीज जैसे हरी सब्जी, ताजे फल आदि जरूर दें।
- सैनिटाइजर के बदले साबुन से हाथ धोएं।
- बच्चों को बताएं कि बार-बार मुंह पर हाथ न लगाएं।
- मास्क कैसे पहनना है उनको जरूर सिखाएं।
- परिवार का कोई भी सदस्य बाहर से आए तो बच्चों को न मिले, पहले खुद को सैनिटाइज करे।
- आनलाइन क्लास को देखते हुए ध्यान रखें कि बच्चा मानसिक रूप से फिट रहे।
यह भी पढ़ें- देहरादून: जिलाधिकारी ने दिए निर्देश, पोलिंग बूथ पर सभी कार्मिकों को दी जाएं पीपीई किट