स्वामी राम लखन दास महाराज हुए ब्रह्मलीन, संतों ने बताया अपूरणीय क्षति
अखिल भारतीय चतुर्थ संप्रदाय के महंत स्वामी राम लखन दास महाराज महाराष्ट्र के नागपुर में ब्रह्मलीन हो गए हैं। अखिल भारतीय संत समिति उत्तराखंड और श्री वैष्णव समाज से जुड़े संतों ने भी इसे अपूरणीय क्षति बताया है।
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय चतुर्थ संप्रदाय के महंत स्वामी राम लखन दास महाराज नागपुर महाराष्ट्र में ब्रह्मलीन हो गए। अखिल भारतीय संत समिति उत्तराखंड और श्री वैष्णव समाज से जुड़े संतों ने इसे अपूरणीय क्षति बताया है।
अखिल भारतीय संत समिति के मंत्री श्री ईश्वर आश्रम के महंत महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज ने बताया कि मंगलवार की रात्रि महंत स्वामी राम लखन दास ब्रह्मलीन हो गए। कुंभ मेला वैष्णों के श्री महंत महामंडलेश्वर पद प्रदान करने और कुंभ मेला को सकुशल संपन्न कराने में उनकी मुख्य भूमिका रही है। उत्तराखंड में निवास करने वाले वैष्णव समाज के सभी संत उनके ब्रह्मलीन होने से दुखी हैं।
महंत रामलखन दास संत सेवा, गौसेवा में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ ही भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए हमेशा आगे रहकर काम करते थे। अखिल भारतीय संत समिति उत्तराखंड और विरक्त वैष्णव मंडल समिति की ईश्वर आश्रम ऋषिकेश में हुई बैठक में श्री कृष्णायन देसी गोरक्षा शाला के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज, महामंडलेश्वर दयाराम दास, डॉ. रामेश्वर दास श्री वैष्णव, सुरेश दास, चक्रपाणि दास, निर्मल दास, विष्णु दास, श्री हरि चरण दास, भरत भूषण दास, डॉ. नारायण दास, पुजारी वृंदावन दास,स्वामी हैग्रीवाचार्य ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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