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स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा- समुद्र हमारी अक्षय ऊर्जा के स्रोत

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि जल बहुत ही मूल्यवान संसाधन है बिना जल के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल जीवन की सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए अनिवार्य ही नहीं बल्कि अत्यंत महत्त्वपूर्ण भी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 02:39 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 02:39 PM (IST)
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा- समुद्र हमारी अक्षय ऊर्जा के स्रोत
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि जल बहुत ही मूल्यवान संसाधन है, बिना जल के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल, जीवन की सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए अनिवार्य ही नहीं, बल्कि अत्यंत महत्त्वपूर्ण भी है।

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आज विश्व सागर दिवस पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने सागरों के साथ मानवतापूर्ण व्यवहार करने का संकल्प कराया। उन्होंने कहा कि सागरों को संरक्षित करने एवं प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वैच्छिक योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि समुद्र हमारी अक्षय ऊर्जा के स्रोत हैं। बहुत पहले समुद्र मंथन हुआ था तब अमृत कलश मिला और कुंभ परंपरा शुरू हुई, लेकिन आज मानसून में जब सागर मंथन करता है तो प्लास्टिक का कचरा बाहर निकलता है।

जहां देखो चारों ओर मीलों तक कचरा ही कचरा, प्लास्टिक ही प्लास्टिक होता है। बहुत देर हो गयी अब कुछ करना होगा नहीं तो यही प्लास्टिक जलीय जीवों के आहार में जायेगा जिससे जलीय जीवों के लिए भी बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। नदियों, तालाबों और समुद्र में प्लास्टिक कचरे और प्लास्टिक के टुकड़े तैर रहे हैं। अरबों टन प्लास्टिक का कचरा हर साल महासागर में समा जाता है। इसलिए हम सबको संकल्प लेना होगा कि हम एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग भी धीरे-धीरे कम करें, हो सके तो बिल्कुल न करें। हमें ही समाधान बनकर आगे आना होगा।

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नशे की आदत छोड़कर जीवन चुनें युवा

सपेरा बस्ती में नशे में फंसे युवाओं को इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताने के लिए जौलीग्रांट पुलिस ने गोष्ठी आयोजित की। गोष्ठी में सभासद ईश्वर सिंह रौथाण ने युवाओं से नशे को छोडऩे की अपील की। सभासद ने कहा कि सपेरा बस्ती से नशे के कारोबार और नशा करने की शिकायतें मिल रही है, जिसको यहां के नागरिकों के जागरूक होने पर ही रोका जा सकता है। नशे की दलदल में फंसे युवाओं के अभिभावक उन्हें समझाए इसमें स्वयंसेवी संगठनों की मदद भी लें। गोष्ठी में जौलीग्रांट पुलिस चौकी इंचार्ज विनोद कुमार ने युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करते हुए कहा कि इसमें बर्बादी के सिवा कुछ नहीं है इसलिए नशे को नहीं बल्कि जिंदगी चुने। इस अवसर पर डोईवाला कोतवाली के उपनिरीक्षक दिनेश चमोली, विनीता रावत, कांस्टेबल विपिन चौधरी, रोहित वर्मा ,रवि चौहान, धर्मा सेमवाल, वेद प्रकाश कंडवाल आदि उपस्थित थे।

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