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Swachh Survekshan 2021: पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड सबस स्वच्छ, हिमाचल को पीछे छोड़ बना नंबर वन

Swachh Survekshan 2021 उत्तराखंड ने बड़ी छलांग लगाई है। हमारे शहरों ने न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया है बल्कि अपनी रैंक में भी सुधार किया। राष्ट्रीय स्तर पर 659 शहरों में देहरादून को 134वीं रैंक मिली।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 21 Nov 2021 07:43 AM (IST)Updated: Sun, 21 Nov 2021 07:43 AM (IST)
Swachh Survekshan 2021: पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड सबस स्वच्छ, हिमाचल को पीछे छोड़ बना नंबर वन
पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड सबस स्वच्छ, हिमाचल को पीछे छोड़ा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Swachh Survekshan 2021 स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में उत्तराखंड ने बड़ी छलांग लगाई है। हमारे शहरों ने न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया है, बल्कि अपनी रैंक में भी सुधार किया। राष्ट्रीय स्तर पर 659 शहरों में देहरादून को 134वीं रैंक मिली, जबकि निगम निगम श्रेणी के 372 शहरों में से दून की रैंक 82वीं रही। इस श्रेणी में दून में अपनी रैंक में 302 अंकों का सुधार भी किया। इसी के साथ प्रदेश के अन्य शहरों के मुकाबले दून पहले स्थान पर भी रहा।

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इस बार का स्वच्छ सर्वेक्षण उत्तराखंड के लिए कई मायने में बेहतर रहा। 10 पर्वतीय राज्यों में उत्तराखंड ने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। सर्वेक्षण में उत्तराखंड को कुल 1325 अंक, जबकि हिमाचल को 1050 अंक मिले। राज्य स्तर पर प्रदर्शन की बात करें तो दून पहले, रुद्रप्रयाग दूसरे और हरिद्वार शहर तीसरे स्थान पर रहा। वहीं, नगर निगमों की श्रेणी में भी दून ने प्रदेश में सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल किया। इस श्रेणी में रुड़की दूसरे और रुद्रपुर तीसरे स्थान पर रहा। पांच श्रेणी तक सभी शहरों में पहले के मुकाबले अपनी रैंकिंग में सुधार किया। सिर्फ काशीपुर ऐसा नगर निगम रहा, जिसकी रैंकिंग 34 अंक फिसली है।

इस स्वच्छ सर्वेक्षण में बड़े शहरों के साथ प्रदेश के छोटे शहरों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। 50 हजार से एक लाख तक की जनसंख्या वाले शहरों (कुल 95 शहर) में ऋषिकेश ने जहां प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर ऋषिकेश की रैंकिंग 53वीं रही। इसी तरह 25 हजार से 50 हजार तक की जनसंख्या वाले शहरों (कुल 200 शहर) में मसूरी को प्रदेश में पहली व देश में 91वीं रैंक मिली। 25 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों (कुल 720 शहरों) मुनिकीरेती को प्रदेश में पहली, जबकि देश में 11वीं रैंक मिली। स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रदर्शन में प्रदेश के कैंट बोर्ड भी पीछे नहीं रहे। देश के कुल 62 कैंट बोर्ड में लैंसडौन ने प्रदेश में पहली और देश में 18वीं रैंक प्राप्त की।

स्वच्छ सर्वेक्षण में शहरों की रैंकिंग

नगर निगम स्तर के शहर

शहर, 2019, 2020, 2021, सुधार अंक

देहरादून, 384, 124, 82, 302

रुड़की, 281, 131, 101, 180

रुद्रपुर, 403, 316, 257, 146

हल्द्वानी, 350, 229, 281, 69

हरिद्वार, 376, 224, 285, 91

काशीपुर, 308, 139, 342, 34 अंक पीछे

50 हजार से एक लाख जनसंख्या में रैंकिंग

शहर, राज्य स्तरीय रैंक, राष्ट्रीय रैंक

ऋषिकेश, 01, 53

मंगलौर, 02, 70

रामनगर, 03, 81

25 हजार से 50 हजार जनसंख्या में रैकिंग

शहर, राज्य स्तरीय रैंक, राष्ट्रीय रैंक

मसूरी, 01, 91

नैनीताल, 02, 106

शिवालिकनगर, 03, 122

25 हजार से कम जनसंख्या में रैंकिंग

शहर, राज्य स्तरीय रैंक, राष्ट्रीय रैंक

मुनिकीरेती, 01, 11

चंबा, 02, 52

नरेंद्रनगर, 03, 123

कैंट बोर्ड की रैंकिंग

शहर, राज्य स्तरीय रैंक, राष्ट्रीय रैंक

लैंसडौन, 01, 18

रानीखेत, 02, 21

नैनीताल, 03, 123

यह भी पढे- Swachh Survekshan 2021: स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्‍तराखंड में देहरादून को पहला स्थान, राष्ट्रीय स्तर पर 659 शहरों में दून को मिली 134 रैंक


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