स्वच्छ दून का देख रहे ख्वाब और शौचालय ही नहीं है साफ; गंदगी देख नगर आयुक्त का भी चढ़ा पारा
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हो रही तैयारियों के निरीक्षण को निकले नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला का पारा सार्वजनिक शौचालयों में पसरी गंदगी पर चढ़ गया। नगर आयुक्त ने शहर के एक दर्जन से अधिक सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया और कहीं भी स्वच्छता पूर्ण रूप से दुरुस्त नहीं मिली।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून शहर में चुनाव प्रक्रिया के दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हो रही तैयारियों के निरीक्षण को निकले नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला का पारा सार्वजनिक शौचालयों में पसरी गंदगी पर चढ़ गया। नगर आयुक्त ने शहर के एक दर्जन से अधिक सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया और कहीं भी स्वच्छता पूर्ण रूप से दुरुस्त नहीं मिली। आयुक्त ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल सभी शौचालयों में सफाई दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
इन दिनों शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण-22 को लेकर नगर निगम तैयारियों में जुटा है। शहर को स्वच्छ रखने व प्रचार-प्रचार को लेकर गत दिसंबर में नगर निगम की बोर्ड बैठक में इसके लिए एक करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी। इससे स्वच्छता उपकरण व वाहन भी खरीदे जा रहे। इस बीच नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला शहर में निगम के अधीन संचालित हो रहे सुलभ सार्वजनिक शौचालयों की स्वच्छता के निरीक्षण करने निकल पड़े।
राजपुर रोड, चकराता रोड व हरिद्वार रोड से लेकर आइएसबीटी तक के शौचालयों का निरीक्षण किया, लेकिन कहीं भी सफाई दुरुस्त नहीं मिली। उनका पारा चढ़ गया व स्वास्थ्य अधिकारियों को इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तत्काल सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम कभी भी आ सकती है। चूंकि, केंद्रीय टीम गुपचुप ढंग से सर्वे करती है, लिहाजा निगम के स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
कूड़ा उठान कंपनी को भुगतान करने के आदेश
शहर के 14 वार्डों में कूड़ा उठान कर रही मैसर्स भार्गव कंपनी को भुगतान न होने की वजह से वार्डों में ठप पड़े कूड़ा उठान कार्य का संज्ञान लेकर नगर आयुक्त ने निगम के वित्त अनुभाग के अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई। कंपनी के अधिकारियों ने आयुक्त को बताया कि उनकी ओर से सभी बिल समय पर जमा कर दिए गए थे, मगर वित्त अनुभाग उनका भुगतान नहीं कर रहा।
इस वजह से पिछले दो दिन से चालकों एवं हेल्परों ने वाहन चलाने से इन्कार कर दिया और कूड़ा उठान नहीं हो रहा। नगर आयुक्त ने शुक्रवार को मैसर्स भार्गव कंपनी के संग ही मैसर्स सनलाइट कंपनी के अधिकारियों को तलब किया एवं उनकी समस्या जानी। यह दोनों कंपनियां शहर के 29 नए वार्डों में कूड़ा उठान का कार्य करती हैं। शुक्रवार को भी भार्गव कंपनी के 30 में से 14 ही वाहन चले। नगर आयुक्त ने तत्काल कंपनी का भुगतान करने का आदेश दिया। इसके बाद कंपनी के चालक काम पर लौट आए।