शिक्षकों को सुगम की चाह पर छात्रों ने दुर्गम से निकाली राह
उत्तराखंड बोर्ड परिणाम में दुर्गम जिलों के मेधावियों ने सफलता की इबारत लिखी है। परीक्षा परिणाम में दुर्गम स्कूलों के छात्र चमके हैं जबकि सुगम के स्कूल फिसड्डी साबित हुए।
देहरादून, जेएनएन। प्रदेश के जिन तीन सुगम जिलों में तैनाती पाने के लिए शिक्षक सबसे ज्यादा लालयित रहते हैं, बोर्ड रिजल्ट में वही सबसे ज्यादा पिछड़े हैं। इससे ठीक उलट जिन दुर्गम जिलों में जाने से शिक्षक कतरा रहे हैं, वहां मेधावियों ने सफलता की इबारत लिखी है। परीक्षा परिणाम में दुर्गम स्कूलों के छात्र चमके हैं, जबकि सुगम के स्कूल फिसड्डी साबित हुए।
संसाधन और शिक्षकों की भारी फौज के बावजूद मैदानी जिले रिजल्ट में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। पहाड़ी जनपद इनके मुकाबले कई बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ते हैं।
मैदानी जनपदों में सरप्लस शिक्षक और तमाम संसाधनों के बावजूद परिणाम निराश करने वाला है। खासतौर से देहरादून, ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार की बात करें तो तमाम शिक्षक यहां स्थानांतरण के लिए जी जान लगाए रहते हैं। लेकिन इनका रिजल्ट उस मुताबिक दिखाई नहीं दिया। बल्कि अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी आदि जिले कई ज्यादा बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ते हैं।
खराब परीक्षा परिणाम ने इन जिलों के स्कूलों में तैनात शिक्षक ही नहीं बल्कि शिक्षा महकमे को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। विभाग की फौज सालभर दून में डटी रहती है, लेकिन दून का भी प्रदर्शन लचर रहा। सुगम में तैनाती के लिए यहां एक-एक स्कूल में कई-कई दावेदार हैं। लेकिन इसके बावजूद रिजल्ट में सुधार नहीं दिख रहा। परीक्षा में छात्र-छात्राओं के पास प्रतिशत पर आकलन किया जाए तो टॉप थ्री में एकतरफा पहाड़ी जनपदों का वर्चस्व है। जबकि दून, हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर अंतिम पायदान पर खड़े हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के गृह जनपद ऊधमसिंहनगर में भी पास प्रतिशत बेहद कम है।
जिलेवार उत्तीर्ण प्रतिशत की स्थिति
- जनपद -----------पास प्रतिशत
- बागेश्वर -----------85.99
- पिथौरागढ़-----------84.51
- रुद्रप्रयाग-----------83.37
- चंपावत-----------82.92
- उत्तरकाशी-------79.56
- नैनीताल----------78.85
- पौड़ी गढ़वाल-----78.02
- अल्मोड़ा----------77.52
- देहरादून ---------77.48
- टिहरी गढ़वाल---74.13
- हरिद्वार ---------73.25
- ऊधमसिंहनगर----71.46
- चमोली-------------70.83
बारहवीं
- जनपद----------पास प्रतिशत
- चंपावत-----------92.69
- अल्मोड़ा-----------88.72
- बागेश्वर-----------88.55
- पिथौरागढ़---------86.23
- उत्तरकाशी--------85.15
- चमोली-----------85.11
- रुद्रप्रयाग----------81.49
- टिहरी गढ़वाल----81.37
- नैनीताल----------80.19
- पौड़ी गढ़वाल-----79.22
- देहरादून----------78.91
- ऊधमसिंहनर-----77.20
- हरिद्वार----------70
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