सचिवालय संघ के ढांचे में बदलाव किया जाएगा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सचिव का पद भी किया जाएगा सृजित
सचिवालय संघ के ढांचे में बदलाव किया जाएगा। अब संघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सचिव का पद भी सृजित किया जाएगा। संघ ने यह भी साफ किया है कि पांच नवंबर तक संघ की सदस्यता न ग्रहण करने वाले कर्मचारी किसी भी प्रकार से चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेंगे।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। सचिवालय संघ के ढांचे में बदलाव किया जाएगा। अब संघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सचिव का पद भी सृजित किया जाएगा। इसके अलावा संघ ने यह भी साफ किया है कि पांच नवंबर तक संघ की सदस्यता न ग्रहण करने वाले कर्मचारी किसी भी प्रकार से चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेंगे। ऐसे सदस्यों की अलग से सूची तैयार करते हुए उनके नामों को सार्वजनिक किया जाएगा और भविष्य में संघ उनके संबंध में कोई कार्यवाही नहीं करेगा।
सोमवार को सचिवालय संघ एवं सचिवालय के विभिन्न संवर्गीय संघों की बैठक हुई। बैठक में सचिवालय संघ के चुनावों पर भी चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि सचिवालय सचिवालय संघ के अध्यक्ष एवं महासचिव सचिवालय प्रशासन विभाग को चुनाव कराने के लिए 27 नवंबर को पत्र भेजेंगे। इसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संघ के चुनाव कराने को अनुरोध किया जाएगा। मुख्य चुनाव अधिकारी अपनी सुविधानुसार चुनाव कराने को स्वतंत्र होगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष का नया पद सृजित किया जाएगा। इसके अलावा संयुक्त सचिव के दो पदों में से एक पद को उच्चीकृत करते हुए सचिव पद बनाया जाएगा।
वहीं, सदस्य कार्यकारिणी में भी 12 पदों के सापेक्ष आठ पदों पर चुनाव कराया जाएगा। इस दौरान राज्य योजना आयोग, बजट निदेशालय, वित्त आयोग, अनुसूचित जाति जनजाति नियोजन प्रकोष्ठ तथा राज्य संपत्ति विभाग को भी सचिवालय संघ में शामिल किया जाएगा। यह तय किया गया कि इस वर्ष इन विभागों के कार्मिक अपने मत का प्रयोग तो कर सकेंगे लेकिन चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। नव निर्वाचित कार्यकारिणी इन सभी विभागों से एक-एक सदस्य को कार्यकारिणी सदस्य के रूप में मनोनीत करेगा। बैठक में अध्यक्ष दीपक जोशी, महासचिव राकेश जोशी, संयुक्त सचिव बची सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद रतूड़ी समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे।