कृषि अपर सचिव से वार्ता के बाद तय होगी रणनीति, पढ़िए पूरी खबर
कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण के विरोध में दोनों विभागों के कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त बैठक की। इसमें एकीकरण का विरोध किया गया।
देहरादून, जेएनएन। कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण के विरोध में दोनों विभागों के कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त बैठक की। इसमें एकीकरण का विरोध किया गया। साथ ही तय हुआ कि दो दिसंबर को कृषि अपर सचिव से मुलाकात के बाद बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
बैठक सर्वे चौक स्थित विकास भवन के उद्यान विभाग कार्यालय में हुई। इसमें उद्यान तकनीकी कर्मचारी संघ, अधीनस्थ कृषि सेवा संघ, मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन, चत्तुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ और तकनीकी फील्ड उद्यान कर्मचारी संघ के पदाधिकारी शामिल हुए। कर्मचारियों ने संगठनों को ड्राफ्ट दिखाए बिना ही एकीकरण की कार्रवाई करने पर नाराजगी जताई।
कहा कि शासन संगठनों के प्रत्यावेदन पर कोई विचार नहीं कर रहा है। इससे साफ है कि शासन एकीकरण को लेकर गंभीर नहीं है। आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी खुद के हितों के लिए एकीकरण की पैरवी कर रहे हैं। यहां तक कि कृषि निदेशालय की ओर से एक प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें अधिकारियों के पदों में वृद्धि और कृषि स्नातक, स्नातकोत्तर के पदों में कमी की गई है।
हैरत की बात यह है कि इस प्रस्ताव पर अधिकारिक तक हस्ताक्षर नहीं हैं। कर्मचारी संगठनों ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है। कर्मचारियों ने एकीकरण की बैठक कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में कराने की मांग की। उन्होंने अन्य जनप्रतिनिधियों से भी दोनों विभागों के एकीकरण के विरोध को समर्थन देने की अपील की। कहा कि दोनों विभागों के अधिकारियों-कर्मचारी संगठनों से चर्चा किए बिना, कर्मचारी की वरिष्ठता निर्धारण किए बिना, एकीकरण का उद्देश्य स्पष्ट नहीं होने तक कोई भी प्रस्ताव किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा। यह मांग भी की यदि किसी दशा में एकीकरण होता है तो दोनों विभागों के महानिदेशक पद पर विभागीय अधिकारी की ही तैनाती की जाए।
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बैठक में तय हुआ कि दो दिसंबर को कृषि अपर सचिव राम बिलास यादव से मुलाकात के बाद दोपहर तीन बजे विकास भवन में बैठक होगी। इसमें आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। बैठक की अध्यक्षता डीएस असवाल व संचालन दीपक पुरोहित ने किया। इस दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यकारी महामंत्री अरुण पांडे, जीएन सेमवाल, विजय पाल सिंह चौहान, नरेश नौटियाल, भोपाल सिंह चौहान, वीरेंद्र सिंह रावत, प्रताप सिंह रौथाण, रघुवीर सिंह कोहली, सत्यपाल सिंह नेगी, वीके धस्माना, ललित मोहन रावत, नागेन्द्र तिवारी, हिमानी कोठारी, सुनीता डोभाल, दीपक चन्द्र आर्य आदि मौजूद रहे।
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