एसटीएफ खंगाल रही आतंकी यूसुफ की कुंडली, उत्तराखंड आने-जाने के भी मिले हैं इनपुट
अयोध्या और फिर देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश रच रहे आइएसआइएस के आतंकी यूसुफ के मददगारों की तलाश शुरू हो गई है।
देहरादून, जेएनएन। राम मंदिर शिलान्यास के दौरान अयोध्या और फिर देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश रच रहे आइएसआइएस के आतंकी यूसुफ के मददगारों की तलाश शुरू हो गई है। चर्चा है कि यूसुफ दिल्ली में पनाह लेने के दौरान उत्तराखंड भी आया था, हालांकि जाहिर तौर पर खुफिया एजेंसियों ने इस बारे में कोई खास जानकारी पुलिस से साझा नहीं की है। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने एसटीएफ को यूसुफ की कुंडली खंगालने का टास्क सौंपा है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में पकड़ा गया आतंकी आइएसआइएस के पैन इंडिया माड्यूल का हिस्सा माना जा रहा है। यह मॉड्यूल आतंकी हमले को प्लान करने के साथ उसे स्लीपर सेल के माध्यम से अंजाम देता है। यूसुफ के बलरामपुर स्थित घर से भारी मात्र में गन पाउडर होने से इस आशंका को बल मिला है। जांच में यह भी सामने आया है कि अभी भी कई स्लीपर सेल दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सक्रिय हो सकते हैं। इन सबको लेकर उत्तराखंड पुलिस की चिंता बढ़ गई है। अधिकारी लगातार दिल्ली पुलिस से आतंकी यूसुफ के संबंध में अपडेट ले रहे हैं।
उत्तराखंड में भी यूसुफ के आने-जाने के खुफिया एजेंसियों को मिले हैं इनपुट
पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि दिल्ली में पकड़े गए आतंकी के उत्तराखंड आने के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। एसटीएफ से कहा गया है कि यूसुफ को लेकर सामने आ रही जानकारियों की सच्चाई परखकर कुंडली तैयार करे। एसटीएफ दिल्ली पुलिस और उप्र एसटीएफ के भी संपर्क में है।
पांच साल पहले उत्तराखंड में हादसे का हुआ था शिकार
गिरफ्तार आतंकी मो. मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ के पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) का काम करता था। बताया जा रहा है कि वर्ष 2014-15 में वह उत्तराखंड के किसी शहर में पीओपी करने आया था। यहां वह बहुमंजिला इमारत से गिरकर हादसे का शिकार हो गया। चोट के कारण काम-धंधा बंद हो गया। जांच में पता चला है कि उसने सीरिया और अफगानिस्तान में हुए अमेरिका के हमले की वीडियो को कई बार सर्च किया। जाकिर नाइक के भाषण वाले वीडियो भी उसने कई दफा देखे थे। माना जा रहा है कि इसी के बाद उसका आइएसआइएस की तरफ झुकाव होने लगा।
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