Toppers Talk: आइएएस बनाना चाहते हैं प्रदेश के टॉपर देवज्योति चक्रवर्ती
सीबीएसई के 12वीं में 99.6 अंक हासिल कर प्रदेश में टॉप पर रहे देवज्योति चक्रवर्ती आइएएस बन कर जनहित में बेहतर नीतियां बनाना चाहते हैं।
देहरादून, जेएनएन। सीबीएसई के 12वीं में 99.6 अंक हासिल कर प्रदेश में टॉप पर रहे देवज्योति चक्रवर्ती आइएएस बन कर जनहित में बेहतर नीतियां बनाना चाहते हैं। इसके अलावा देश के सरकारी सिस्टम में भी बदलाव के लिए काम करना चाहते हैं।
देवज्योति चक्रवर्ती ने दून के नंदा की चौकी स्थित द टोंस ब्रिज स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की है। उनके पिता डॉ. दीपांकर चक्रवर्ती दून के यूपीईएस में प्रोफेसर रह चुके हैं। उनकी बड़ी बहन देवरती ने भी दून से ही अपनी स्कूली पढ़ाई की है। वर्तमान में देवज्योति अपने परिवार के साथ आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गए हैं। देवज्योति ने बताया कि वह कठिन परिश्रम के साथ ही स्मार्ट वर्क में पूरा यकीन रखते हैं। हर दिन पढ़ाई का अपना टारगेट लेकर चलते थे और इसे पूरा भी करते थे। बताया कि आइएएस बनने का सपना परिवार ने ही दिखाया। इसलिए ह्यूमैनिटीज की पढ़ाई की। बताया कि आगे दिल्ली विवि से इकोनोमिक्स में पढ़ाई कर साथ में ही कोचिंग कर आइएएस की तैयारी करेंगे।
किस विषय में कितने अंक
- हिस्ट्री- 100
- अंग्रेजी- 100
- इकोनोमिक्स- 100
- गणित- 100
- राजनीति विज्ञान- 99
शोध के क्षेत्र में अपना योगदान देंगे आर्यमन
12वीं में 99.4 फीसद अंक हासिल कर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहे आर्यमन मिहिर सेठ शोध के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। आर्यमन ने बताया कि आगे फिजिक्स में ऑनर्स की पढ़ाई कर इसी क्षेत्र में काम करेंगे। आर्यमन के पिता दीपक सेठ आइटीबीपी नार्दन फ्रंट के आइजी के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आर्यमन ने द टोंस ब्रिज स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की। इससे पहले दसवीं की परीक्षा में भी 98 फीसद अंक हासिल कर मैरिट में स्थान हासिल किया था।
किस विषय में कितने अंक
- अंग्रेजी- 100
- फिजिकल एजुकेशन- 100
- गणित- 99
- भौतिक विज्ञान- 99
- रसायन विज्ञान- 99
सोशल मीडिया से दूर रहने की नसीहत
सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पहले नंबर पर रहे देवज्योति और दूसरे नंबर पर रहे आर्यमन मिहिर सोशल मीडिया से दूर रहते हैं। देवज्योति ने बताया कि केवल जरूरत पडऩे पर ही फोन का इस्तेमाल करता हूं। वहीं आर्यमन ने बताया कि किसी भी सोशल मीडिया पर उनका अकाउंट नहीं है। ना ही बिना जरूरत के वह फोन इस्तेमाल करते हैं। दोनों ही टॉपर्स ने दूसरे छात्रों को भी यह नसीहत दी है।
बहन को रोल मॉडल मानकर देवज्योति ने किया टॉप
जिंदगी में हम क्या बनते हैं, इसका इस बात से गहरा ताल्लुक होता है कि हमने अपनी जिंदगी के लिए रोल मॉडल किसे बनाया है। परीक्षाओं के परिणाम में भी रोल मॉडल अहम भूमिका निभाता है। इस बार भी ऐसे कई मेधावी छात्र हैं, जिन्होंने अपने रोल मॉडल के नक्शे कदम पर चलकर सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में उत्तराखंड टॉप करने वाले देवज्योति चक्रवर्ती भी अपनी बड़ी बहन देवरती चक्रवर्ती को रोल मॉडल मानकर पढ़ाई में जुट गए। देवज्योति ने बताया कि 2014 में उनकी बहन ने 12वीं में टॉप किया था। जिन्हें देख उन्हें भी पढ़ाई में टॉप करने में रुचि जागी और सोमवार को जारी हुए परिणाम में उन्होंने कर भी दिखाया। देवज्योति ने बताया कि निजी जीवन में श्रेष्ठ फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को अपना रोल मॉडल मानते हैं। बताया कि 34 साल की उम्र में रोनाल्डो ने कड़ी मेहनत कर इतना कुछ पा लिया है। यह सराहनीय है। उनकी इस आदत को सभी को अपनाना चाहिए।
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