Uttarakhand Lockdown: लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में खेल गतिविधियां भी स्थगित
लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में भी कई प्रतियोगिता स्थगित कर दी गई हैं। मार्च में शुरू होने के बजाय नारायण गुरुंग (जिक्स) मेमोरियल फुटबाल टूर्नामेंट अब मई में होगा।
देहरादून, निशांत चौधरी। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए देश-विदेश में लॉकडाउन हैं। जिस कारण सभी गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। इसमें खेल प्रतियोगिता भी शामिल हैं। टोक्यो ओलंपिक को एक साल के लिए आगे खिसका दिया गया है। आइपीएल के आयोजन पर अभी भी संशय बरकरार है। आइपीएल पर जल्द फैसला किया जाएगा।
उत्तराखंड में भी कई प्रतियोगिता स्थगित कर दी गई हैं। मार्च में शुरू होने वाला नारायण गुरुंग (जिक्स) मेमोरियल फुटबाल टूर्नामेंट अब मई में होगा। अप्रैल में होने वाला जीसी नागलिया मेमोरियल आल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट अब सितंबर में होगा। आल इंडिया उत्तराखंड गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट पर भी संशय बरकरार है।
प्रतियोगिताएं स्थगित होने से खेल और खिलाड़ियों को भी नुकसान हो रहा है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए लॉकडाउन के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। जिससे खिलाड़ी स्वयं और अन्य लोग सुरक्षित रहें। इसका पालन करते हुए आयोजकों ने यह कदम उठाए हैं।
घर में अभ्यास कर रहे खिलाड़ी
देश में चल रहे लॉकडाउन के बावजूद खिलाड़ी अभ्यास जारी रखे हुए हैं। खिलाड़ी घरों में रहकर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। क्रिकेटर तो घरों के आंगन व छत पर स्टंप लगाकर स्वजनों के सहयोग से खेले की कमियों को दूर करने में लगे हैं। ऐसे वीडियो कुछ खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया में भी साझा किए हैं।
इन वीडियो से अन्य युवा खिलाड़ी भी प्रोत्साहित हो रहे हैं। उत्तराखंड सीनियर टीम के तेज गेंदबाज दीपक धपोला वीडियो में बल्लेबाजी का अभ्यास करते नजर आए। ऐसे ही एक अन्य वीडियो में रणजी खिलाड़ी करनवीर कौशल भी घर में स्वजनों की मदद से बल्लेबाजी करते दिख रहे हैं।
वहीं भारतीय जूनियर टीम के खिलाड़ी आर्यन जुयाल भी इन दिनों अपने अल्मोड़ा स्थित घर पर हैं। आर्यन भी घर पर रहकर ही एक्सरसाइज व खेल की तैयारी कर रहें हैं। इससे साफ है कि खिलाड़ी इस समय को व्यर्थ नहीं जाना देना चाहते।
यूट्यूब और वीडियो कॉल बनी मददगार
लॉकडाउन के दौरान क्रिकेटरों को उनके कोच वीडियो कॉल की मदद से खेल सुधारने के लिए टिप्स दे रहे हैं। वहीं कुछ खिलाड़ी यूट्यूब की मदद से सीनियर खिलाड़ियों के वीडियो देखकर अपनी तकनीकी सुधार रहे हैं।
क्रिकेट कोच रवि नेगी क्रिकेटरों को वीडियो कॉल के माध्यम से जरूरी निर्देश दे रहें हैं। इतना ही नही कोच वीडियो कॉल के माध्यम से खिलाड़ियों की प्रैक्टिस देखकर उन्हें उनकी गलती बता रहे हैं। एथलेटिक्स कोच अनूप बिष्ट फोन पर खिलाड़ियों को स्टेमिना बढ़ाने के गुर बता रहे हैं।
स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रशिक्षक भी खिलाड़ियों को घर पर ही व्यायाम करने की सलाह दे रहे हैं। प्रशिक्षकों ने बताया कि खिलाड़ी फोन कर उनसे घर पर अभ्यास करने के तरीके पूछ रहे हैं। जिससे वह घर पर ही अभ्यास कर खेल में सुधार कर सकें। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए अभ्यास करना जरूरी है इस पर खिलाड़ी ध्यान दे रहे हैं।
प्रोत्साहन राशि को करना पड़ेगा इंतजार
प्रदेश के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल लॉकडाउन के चलते प्रोत्साहन राशि की फाइल पर कोषागार से मुहर नहीं लग सकी। जिस कारण खिलाड़ियों को मई तक इंतजार करना पड़ सकता है।
सरकार ने इन प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर प्रदेश को गौरव दिलाने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने की घोषणा की थी। जिससे अन्य खिलाड़ी भी प्रोत्साहित हो सकें। खेल विभाग ने इन खिलाड़ियों से बीते दिसंबर में आवेदन मांगे गए थे। आवेदनों की स्क्रूटनी कर फाइनल लिस्ट भी तैयार हो गई थी।
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इतना ही नहीं वित्त से भी इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। लेकिन बजट स्वीकृति की फाइल पर कोषागार से अंतिम मुहर लगती तब तक लॉकडाउन घोषित हो गया। सरकार ने फिलहाल पच्चीस लाख से अधिक के बजट पर रोक लगा दी। जिसके चयनित खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिल सकी।
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