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जल्द हो सकेंगे चौरासी कुटी के दीदार

जागरण संवाददाता ऋषिकेश राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में स्थित भावातीत ध्यान योग के प्रेणता महर्षि महेश योगी की साधना स्थली और मशहूर म्यूजिक बैंड बीटल्स ग्रुप की यादों से जुड़ी विरासत चौरासी कुटी को जल्द ही पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 07:59 PM (IST)
जल्द हो सकेंगे चौरासी कुटी के दीदार
जल्द हो सकेंगे चौरासी कुटी के दीदार

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

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राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में स्थित भावातीत ध्यान योग के प्रेणता महर्षि महेश योगी की साधना स्थली और मशहूर म्यूजिक बैंड बीटल्स ग्रुप की यादों से जुड़ी विरासत चौरासी कुटी को जल्द ही पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में चौरासी कुटी को बंद कर दिया गया था।

अनलॉक की प्रक्रिया में अब धीरे-धीरे सभी तरह की गतिविधियों को खोलने का सिलसिला शुरू हो गया है। राजाजी टाइगर रिजर्व की विभिन्न रेंजों में जंगल सफारी को 15 अक्टूबर से खोलने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही चौरासी कुटी को भी पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है। सौरासी कुटी राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्थित है। साठ के दशक में भावातीत ध्यान योग के लिए विश्व विख्यात महर्षि महेश योगी ने यहां शंकराचार्य नगर की स्थापना की थी। योग, ध्यान व मेडिटेशन के लिए यहां गुंबदनुमा छोटी-छोटी कुटियों का निर्माण किया गया था, जो बाद में चौरासी कुटी के नाम से भी पुकारा जाने लगा। चौरासी कुटी अथवा शंकराचार्य नगर में लंबे समय तक योग, ध्यान और मेडिटेशन की गतिविधियां चलीं। मगर, वर्ष 1982 में राजाजी पार्क के अस्तित्व में आने के बाद वन विभाग ने लीज पर दी अपनी भूमि वापस मांगनी शुरू कर दी। महर्षि महेश योगी ने भी बिना किसी एतराज के यह विरासत ज्यों की त्यों वन विभाग के सुपुर्द कर दी। जिसके कुछ समय बाद यहां योग, ध्यान आदि की गतिविधियां बंद हो गई और धीरे-धीरे यह विरासत खंडहर में तब्दील हो गई। राजाजी टाइगर रिजर्व ने करीब साढ़े तीन दशक बाद 2015 में चौरासी कुटी को पर्यटकों के लिए खोला था।

चौरासी कुटी के आकर्षण ने देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर खींचा और अब यह विरासत राजाजी टाइगर रिवर्ज की आमदनी में एक बड़ा स्त्रोत का काम कर रही है। कोरोना काल में चौरासी कुटी को भी बंद कर दिया गया था। मगर, अब अनलॉक-5 में चौरासी कुटी को फिर से पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी है।

बीटल्स ग्रुप ने दिलाई थी विश्वव्यापी पहचान

अमेरिका के प्रसिद्ध रॉक म्यूजिक बैंड बीटल्स के चार सदस्य जॉन लिनोन, पॉल मेकार्टनी, जार्ज हैरिशन व रिगो स्टार वर्ष 1967-68 में यहां आए थे। महर्षि महेश योग के सानिध्य में शंकराचार्य नगर में रहते हुए उन्होंने भावातीत ध्यान की दीक्षा ली। बीटल्स ग्रुप के इन सितारों ने यहां रहते हुए कई यादगार धुनें भी रची। इसके बाद से ही विश्व भर में ऋषिकेश ने अलग पहचान बनाई थी। इसके बाद बड़ी संख्या में दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक योग सीखने के लिए ऋषिकेश का रुख करने लगे। आज भी बड़ी संख्या में बीटल्स बैंड के दीवाने विदेशी अपने चहेते स्टारों से जुड़ी यादों को महसूस करने के लिए यहां आते हैं।

चौरासी कुटी में पर्यटक के आने का रिकार्ड (जनवरी से दिसंबर)

भारतीय, विदेशी, आय(लाख रुपये में)

2019, 35291, 5388, 78.45

2018, 23852, 3939, 50.51

2017, 13888, 818, 20.33

2016, 8262, 1173, 18.08

2015, 448, 181, 2.50 चौरासी कुटी को पर्यटकों के लिए खोलने के लिए जिलाधिकारी पौड़ी से अनुमति मांगी गई है। यदि अनुमति मिल जाती है तो 15 अक्टूबर से चौरासी कुटी को खोल दिया जाएगा। इसके अलावा चौरासी कुटी में साफ सफाई और झाड़ियों का कटान कर यहां ट्रैक व अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।

- एलपी टम्टा, वन्य जीव प्रतिपालक, राजाजी टाइगर रिजर्व, देहरादून


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