खुशखबरी: श्रीदेव सुमन विवि से जल्द कर सकेंगे पीएचडी और एमफिल
छात्र-छात्राओं के खुशखबरी है। वे श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से छात्र-छात्राएं जल्द ही पीएचडी और एमफिल कर सकेंगे।
देहरादून, अशोक केडियाल। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से छात्र-छात्राएं जल्द ही पीएचडी और एमफिल कर सकेंगे। इसी सप्ताह विवि की एकेडमिक काउंसिल में ऑर्डिनेंस लाया जाएगा। उसके बाद विवि दोनों पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। मार्च 2019 को श्रीदेव सुमन विवि की चौथी शैक्षिक परिषद (ऐकेडमिक काउंसिल) की बैठक में पहले ही इसे मंजूरी दी जा चुकी है।
विवि के नए पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। शोध पाठ्यक्रम के सिलेबस में उत्तराखंड के संसाधनों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा ताकि पहाड़ की आर्थिकी को उच्च शिक्षा से जोड़कर रोजगार एवं विकास के अधिक अवसर तैयार किए जा सकें। पर्यावरण, भूगर्भ, ऊर्जा, रिवर्स पलायन, जल संरक्षण, पर्यटन व पहाड़ों में आवागमन का प्रमुख साधन सड़क मार्ग जैसी बुनियादी समस्याएं पाठ्यक्रम के विषय में शामिल किया जा सकता है। पीएचडी परीक्षा संपन्न करवाने और पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी प्रो. डॉ. एके तिवारी, जेएस रजवार और प्रो. एचसी नैनवाल को दी गई है।
छह कॉलेजों में होगी प्री-पीएचडी
पीएचडी की शुरुआत विवि छह माह के प्री-पीएचडी कोर्स से करेगा। प्री-पीएचडी उत्तरकाशी, कोटद्वार, टिहरी, गोपेश्वर एवं अगस्त्यमुनि राजकीय महाविद्यालयों में करवाई जाएगी। इसके बाद चयनित विद्यार्थियों को विवि रेगूलर पीएचडी में दाखिला देगा।
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत का कहना है कि विवि के शैक्षिक परिषद की बैठक 17 जुलाई को विवि के टिहरी कैंपस में होगी। बैठक में पीएचडी और एमफिल पाठ्यक्रम को शुरू करने को लेकर आर्डिनेंस लाया जाएगा, जिससे समय पर दोनों अहम पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा सकें।
श्रीदेव सुमन सबसे बड़ा विवि
श्रीदेव सुमन विवि उत्तराखंड का सबसे बड़ा विवि है। पिछले दो सालों के दौरान एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि के अलावा उत्तराखंड तकनीकी विवि से संबद्ध कॉलेजों को असंबद्ध कर श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध किया गया है। वर्तमान में विवि में एक लाख 25 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं, 105 राजकीय महाविद्यालय और 61 निजी उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत हैं। जिनमें से 28 निजी बीएड कॉलेज भी शामिल हैं।
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