छात्र दें ध्यान, जेईई मेन और क्लैट के लिए कुछ जरूरी टिप्स
जेईई मेन और क्लैट की परीक्षा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ऐसे में अब सबसे ज्यादा उन चैप्टर पर फोकस करने की जरूरत है जो तैयार करने में आसान और ज्यादा स्कोरिंग हैं।
देहरादून, जेएनएन। जेईई मेन के लिए अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ऐसे में अब सबसे ज्यादा उन चैप्टर पर फोकस करने की जरूरत है जो तैयार करने में आसान और ज्यादा स्कोरिंग हैं। लंबे चैप्टर जिनसे सवाल कम पूछे जाते हैं उन पर समय बर्बाद करना नुकसानदायक हो सकता है। सबसे बेहतर तरीका यह है कि बीते वर्षो के अनुभव को देखते हुए रणनीतिक तैयारी की जाए। वहीं, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट-2019) के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित कर दी गई है। आवेदन प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू होगी।
जेईई मेन का सिलेबस काफी व्यापक है, क्योंकि इसमें बोर्ड के सिलेबस से भी ज्यादा चैप्टर शामिल होते हैं। वहीं, 12वीं की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की 12वीं के सिलेबस की तैयारी तो बेहतर है, लेकिन जेईई मेन में कक्षा 11 का सिलेबस भी आएगा। इसलिए दोनों के सिलेबस के रिवीजन का टाइम मैनेजमेंट भी बेहतर तरीके से किया जाना जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें तो रिवीजन के साथ-साथ प्रत्येक दिन मॉक टेस्ट देना आखिरी चरण में बेहतर साबित होता है। इससे आपकी तैयारी का स्तर आंकने के अलावा टाइम मैनेजमेंट अच्छा करने में मदद भी मिलेगी।
फिजिक्स
अविरल क्सासेज के प्रबंध निदेशक डीके मिश्रा के अनुसार विगत वर्षो में सबसे ज्यादा सवाल इलेक्ट्रोडाइनामिक्स और मैकेनिक्स से पूछे जाते रहे हैं। इसके अलावा करेंट इलेक्ट्रिसिटी, ग्रेविटेशन और थर्मोडाइनामिक और यूनिट एंड मेजरमेंट को तैयार करना आसान होता है और यह काफी स्को¨रग भी है।
गणित
अचीवर्स क्लासेज के सीईओ मनु पंत का कहना है कि समय अब बहुत कम बचा है। ऐसे में अब आसान और स्कोरिंग चैप्टर्स पर ही फोकस करें। उलझाऊ विषयों में समय बर्बाद करना सही नहीं है। गणित में सबसे ज्यादा सवाल कॉर्डिनेट ज्योमैट्री, इंटीग्रल कैलकुलस और ट्रिग्नोमैट्री से पूछे जाते हैं। इसलिए इन टॉपिक पर ज्यादा ध्यान दिए जाने की आवश्कता है।
कैमिस्ट्री
वीआर क्लासेज के प्रबंध निदेशक वैभव राय के अनुसार कैमिस्ट्री में सबसे ज्यादा सवाल फिजिकल कैमिस्ट्री से पूछे जाते रहे हैं। इनके अलावा ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री से भी प्रमुखता से सवाल पूछे जाते हैं। आइसोमैरिज्म, जनरल ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री, साइंस ऑफ ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री और साइंस ऑफ ऑर्गेनिक रिएक्शन की भी तैयारी करना जरूरी है।
क्लैट के लिए दस जनवरी से आवेदन
देशभर के टॉप लॉ संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाले कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट-2019) के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित कर दी गई है। आवेदन प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू होगी। आवेदक 31 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। खास बात यह कि इस परीक्षा ऑफलाइन मोड में होगी। अभी तक ऑनलाइन मोड में परीक्षा का आयोजन किया जाता था।
क्लैट को लेकर इस बार कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। एक ओर जहा परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन होगा, वहीं पहली बार क्लैट पीजी में सब्जेक्टिव प्रश्नपत्र भी आएंगे। क्लैट की एग्जीक्यूटिव कमेटी सब्जेक्टिव प्रश्नों को तैयार करेगी। परीक्षा का आयोजन इस बार क्लैट सेक्रेटेरिएट और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ओड़िसा मिलकर कराएंगे। परीक्षा के जरिये देशभर की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के एलएलएम पाठ्यक्रम में दाखिला दिया जाएगा। लॉ प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय ने बताया कि आधिकारिक अधिसूचना पांच जनवरी को जारी की जाएगी। परीक्षा 12 मई को होगी। परीक्षा क्वालिफाई करने वाले परीक्षार्थियों को देश की 21 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज की 2600 सीटों पर ऐडमिशन दिया जाएगा।
आवश्यक तथ्य
—क्लैट 2019 में आवेदन 10 जनवरी से होंगे शुरू।
—31 मार्च 2019 तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन।
—आवेदन के लिए चार हजार रुपये है शुल्क।
—देहरादून व हल्द्वानी समेत तीन शहरों में परीक्षा केंद्र।
—दो घटे की होगी परीक्षा की अवधि।
—यूजी क्लैट के लिए 200 अंकों का होगा प्रश्नपत्र।
—पीजी पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए 150 अंकों का होगा पीजी क्लैट का प्रश्नपत्र।
—प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे जाते हैं।
—एनएलयू से अलग 43 अन्य संस्थानों क्लैट स्कोर के आधार पर देते हैं दाखिला।
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