Move to Jagran APP

समाज कल्याण सचिव ने सीएस को सौंपी जांच रिपोर्ट

उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन कानून को और सख्त बनाने के साथ ही समाज कल्याण विभाग में अंतरधार्मिक विवाह प्रोत्साहन की व्यवस्था को बदलने पर प्रदेश सरकार ने विचार शुरू कर दिया है। समाज कल्याण सचिव एल फैनई ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव ओमप्रकाश को सौंप दी है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 07:40 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 07:40 AM (IST)
समाज कल्याण सचिव ने सीएस को सौंपी जांच रिपोर्ट
मुख्य सचिव ने समाज कल्याण सचिव से जांच रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन कानून को और सख्त बनाने के साथ ही समाज कल्याण विभाग में अंतरधार्मिक विवाह प्रोत्साहन की व्यवस्था को बदलने पर प्रदेश सरकार ने विचार शुरू कर दिया है। समाज कल्याण सचिव एल फैनई ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव ओमप्रकाश को सौंप दी है। मुख्य सचिव ने कहा कि उक्त रिपोर्ट के साथ उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन के संबंध में लागू किए गए अध्यादेश का अध्ययन किया जा रहा है। अध्ययन के निष्कर्षों के आधार पर आगे फैसला लिया जाएगा।

loksabha election banner

लव जिहाद को लेकर देश में छिड़ी बहस के बीच टिहरी जिले में अंतरधार्मिक विवाह प्रोत्साहन को लेकर प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी की सक्रियता नेे सरकार को असहज कर दिया था। एक ओर उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम में जबरन, प्रलोभन, जानबूझकर विवाह या गुप्त एजेंडे के जरिये धर्म परिवर्तन को गैर जमानती अपराध घोषित किया गया है। दूसरी ओर समाज कल्याण विभाग में अंतरधार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने को 50 हजार रुपये देने का प्रविधान है। इन दोनों व्यवस्थाओं को लेकर निशाने पर आई प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण सचिव को उक्त प्रकरण की जांच सौंपी थी।

यह भी पढ़ें: फिल्‍म तड़प की शूटिंग के लिए अभिनेता अहान शेट्टी पहुंचे मसूरी

मुख्य सचिव ने समाज कल्याण सचिव से जांच रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि टिहरी के जिला प्रभारी समाज कल्याण अधिकारी के मामले में कार्रवाई पर फैसला रिपोर्ट के अध्ययन के बाद किया जाएगा। अंतरधार्मिक विवाह को प्रोत्साहन करने की व्यवस्था के बारे में भी उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के साथ ही उत्तर प्रदेश में हाल ही में इस संबंध में लाए गए अध्यादेश का भी अध्ययन किया जा रहा है। इसके बाद आगे कदम उठाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें: एम्स निदेशक रवि कांत बोले, सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण जरूरी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.