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सामाजिक संगठनों ने पुरातत्व विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा

संवाद सूत्र चकराता जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के कुल आराध्य देवता महासू मंदिर हनोल से पुर

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 06:53 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 06:53 PM (IST)
सामाजिक संगठनों ने पुरातत्व विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा
सामाजिक संगठनों ने पुरातत्व विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा

संवाद सूत्र, चकराता: जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के कुल आराध्य देवता महासू मंदिर हनोल से पुरातत्व विभाग को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। क्षेत्र के कई सामाजिक संगठनों ने पुरातत्व विभाग के खिलाफ आवाज बुलंद की है। मंदिर के पुरातन स्वरूप को बदले जाने से नाराज संगठनों ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता विधायक प्रीतम सिंह समेत जिला प्रशासन से मामले की शिकायत की और कार्रवाई की मांग की है।

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जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में पुरातत्व विभाग नेमंदिर समिति व स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास मे लिए बगैर मनमाने ढंग से सदियों पुराने मंदिर परिसर व मैदान की खुदाई कर दी है। इससे नाराज कई सामाजिक संगठनों ने पुरातत्व विभाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। शनिवार को लोक पंचायत के वरिष्ठ सदस्य भारत चौहान की अगुवाई में संगठन से जुड़े सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा युवा कल्याण समिति सैंज-अटाल के नेतृत्व में कुछ लोग चकराता विधायक प्रीतम सिंह से मिले। जौनसार-बावर जनकल्याण विकास समिति की अध्यक्ष बचना शर्मा समेत स्थानीय लोग जिला प्रशासन को प्रेषित शिकायती पत्र में हनोल मंदिर के पौराणिक स्वरूप को बदले जाने पर कड़ी नाराजगी जताई है। कहा कि पुरातत्व विभाग मंदिर क्षेत्र के पास सौ मीटर की परिधि क्षेत्र में पीढि़यों से बसे जनजाति समाज और मंदिर की परंपरागत पूजा-पाठ व्यवस्था से जुड़े हक-हकूकधारियों व कारसेवकों को उनके दशकों पुराने जर्जर हो चुके भवनों का पुनर्निर्माण तक नहीं करने देता। जबकि स्वयं मंदिर क्षेत्र की पौराणिक पहचान बदलकर बेरोकटोक निर्माण कार्य को अंजाम दे रहा है। हनोल मंदिर में प्रबंधकीय व्यवस्था के संचालन को एसडीएम चकराता की अध्यक्षता में गठित समिति पिछले 20 वर्षों से बेहतर कार्य कर रही है। विश्व प्रसिद्ध राज्य के चार प्रमुख धाम श्री केदारनाथ, श्री बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम पुरातत्व विभाग के पास नहीं है। ऐसे में जनजाति क्षेत्र के महासू मंदिर हनोल से पुरातत्व विभाग का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। संगठनों ने मामले में जल्द कार्रवाई नहीं करने पर व्यापक जन आंदोलन को चेताया। शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने जिलाधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं; प्रीतम

त्यूणी: शनिवार को क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों ने चकराता विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रीतम सिंह से मिलकर महासू देवता मंदिर की समस्या से अवगत कराया। प्रीतम सिंह ने कहा कि महासू मंदिर हनोल में पुरातत्व विभाग स्थानीय जन भावना के विपरीत मंदिर के प्राचीन स्वरूप को बदलने का प्रयास कर रहा है। जिससे क्षेत्र में धार्मिक भावना भड़क सकती है। अगर पुरातत्व विभाग ने मंदिर के प्राचीन व प्राकृतिक स्वरूप को बदलने का काम किया तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। विधायक ने एसडीएम को इस तरह के संवेदनशील मामले में समय रहते कदम उठाने को कहा। विधायक ने कहा कि पुरातत्व विभाग की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


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