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युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

रोजगार मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रदेश के युवा परिश्रमी एवं ईमानदार हैं।

By Edited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 09:54 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 11:47 AM (IST)
युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

देहरादून, जेएनएन। एसजीआरआर पीजी कॉलेज में आयोजित रोजगार मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रदेश के युवा परिश्रमी एवं ईमानदार हैं। उनके हुनर को निखारने के लिए ही कौशल विकास केंद्र सरकार ने खोले हैं। इसी उद्देश्य से राज्य, जनपद और तहसील स्तर पर रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं।

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कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग की ओर से गुरुवार को आयोजित रोजगार मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, महापौर सुनील उनियाल गामा समेत अन्य विभागीय अधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने मेले में बड़ी संख्या में प्रतिभाग करने पर कंपनियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह वर्ष रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। सरकार सरकारी सेवाओं व अन्य माध्यमों से युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।

दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए अभी तक 82 ग्रोथ सेंटर को स्वीकृति दी जा चुकी है। इन पर लगातार काम हो रहा है। कार्यक्रम में विधायक विनोद चमोली, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, अनिल गोयल, सचिव कौशल विकास एवं सेवायोजन डॉ. रणजीत सिन्हा, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल, निदेशक कौशल विकास एवं सेवायोजन जीवन सिंह नगन्याल, प्राचार्य एसजीआरआर पीजी कॉलेज प्रो. वीए बौड़ाई समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

रोजगार दे रही कंपनियों की होगी मॉनीटरिंग: हरक

 कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि जो कंपनियां युवाओं को रोजगार दे रही हैं, उनकी श्रम विभाग पूरी मॉनीटरिंग करेगा। जिन शर्तों पर रोजगार दिया जा रहा है, उनका पूरा अनुपालन हो इसके लिए मॉनीटरिंग की जा रही है। अगर युवा कुछ समय बाद किसी कंपनी को छोड़ देते हैं, तो उसके कारण भी पता किए जाएंगे। कहा कि छात्रों को अपने भविष्य के लिए गंभीर होना चाहिए। हम हर तरीके की सुविधा छात्रों को उपलब्ध करा रहे हैं। लेकिनस बच्चे सीखना ही नहीं चाहते तो हमारे प्रयासों का क्या फायदा। आयुर्वेदिक कॉलेजों में छात्रों के विरोध पर वह बोले कि आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय को हाईकोर्ट का निर्देश पालन करने के आदेश दिए गए हैं। लेकिन इस फैसले के खिलाफ फिर से निजी कॉलेज कोर्ट गए हैं। न्यायालय से जो अंतिम फैसला आएगा, वही प्रदेश के आयुर्वेदिक कॉलेजों पर लागू होगा।

392 को मिले नियुक्ति पत्र

रोजगार मेले के लिए प्रदेशभर से लगभग साढ़े चार हजार युवाओं ने आवेदन किया था। सैकड़ों युवा गुरुवार को साक्षात्कार के लिए पहुंचे। क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी ममता चौहान नेगी ने बताया कि मेले में स्वास्थ्य, सर्विस, मार्केटिंग, होटल समेत अन्य व्यवसायों से जुड़ी 66 कंपनियां पहुंची थीं। कुल 1109 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार के लिए चयन हुआ था। 717 अभ्यर्थियों को पहले साक्षात्कार के बाद शॉर्ट लिस्ट किया गया। इन सभी को दूसरे चरण के साक्षात्कार में प्रवेश मिला। कंपनियों ने 392 युवाओं को साक्षात्कार के बाद मौके पर नियुक्ति पत्र दिया। 

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