जहरीली शराब कांड: सन्नाटे के बीच सिसकियां और दहशत में इलाका
जहरीली शराब से हुई मौतों के गम में डूबे पथरिया पीर में हरतरफ सन्नाटा पसरा है। रिश्तेदारों के पहुंचने के साथ घरों से उठ रही चीत्कार लोगों के कलेजे को तीर की तरह भेद रही हैं।
देहरादून, जेएनएन। जहरीली शराब से हुई छह मौतों के गम में डूबे पथरिया पीर में हरतरफ सन्नाटा पसरा है। नाते-रिश्तेदारों के पहुंचने के साथ घरों से उठ रही चीत्कार और सिसकियां लोगों के कलेजे को तीर की तरह भेद रही हैं। पुरुष सदस्यों ने जैसे-तैसे अपने आपको संभाल लिया है, लेकिन महिलाओं और बच्चों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को सुरेंद्र, आकाश व इंदर के शव पथरिया पीर में उनके घरों पर पहुंचे तो पूरा इलाका महिलाओं-पुरुषों की चीत्कार से गूंज उठा। परिजनों को शव से लिपट कर रोते देख, ढांढस बंधाने पहुंचे लोगों की भी आंखों से भी आंसू बह निकले। किसी तरह लोगों ने उन्हें शांत कराया। दोपहर में सभी के शवों का लक्खीबाग में अंतिम संस्कार कर दिया। अर्थियां उठने के दौरान पीड़ित परिवारों की महिलाओं को यकीन ही नहीं हो रहा था, जिसके पीछे वह चीत्कार कर रही हैं, वह अंतिम यात्र है और वह अब कभी वापस नहीं आएंगे। कुछ महिलाएं तो रोते-रोते बेहोश होकर गिर पड़ीं, लोगों ने उन्हें बड़ी मुश्किल से संभाला। मगर होश में आने के बाद वह फिर से विलाप करने लगीं।
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छावनी में तब्दील रहा इलाका
छह मौतों और सात के बीमार होने से पथरिया पीर के लोगों में गम भी है और इन मौतों के लिए प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर ‘जिम्मेदार’ लोगों के प्रति गुस्सा भी है। दोषियों के खिलाफ सतही कार्रवाई और राजनीति का सिलसिला शुरू होना भी इसका बड़ा कारण है। इसे देखते हुए शनिवार को पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील रहा।
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