दून महिला अस्पताल की टटोली नब्ज
दून महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने गुरुवार को अस्पताल का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: दून महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने गुरुवार को अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों के साथ ही अन्य स्टाफ को भी मरीज व तीमारदारों से अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी। स्वास्थ्य सचिव ने दावा किया कि अस्पताल की व्यवस्थाओं में जल्द सुधार दिखेगा।
दून महिला अस्पताल में इलाज में लापरवाही की एक के बाद हो रही घटनाओं ने सरकार व शासन की चौतरफा फजीहत कराई है। जबकि अस्पताल प्रशासन अत्यधिक दबाव और कम संसाधन का रोना रो रहा है। गुरुवार सुबह स्वास्थ्य सचिव चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना, स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अमिता उप्रेती और स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. अर्चना श्रीवास्तव के साथ अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने ओपीडी, अल्ट्रासाउंड कक्ष, गेट, लेबर रूम, एएनसी, पीएनसी, निक्कू वार्ड आदि का निरीक्षण किया। दून अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. चित्रा जोशी से अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। जिन्होंने मरीजों के अत्यधिक दबाव, कम बेड के साथ डॉक्टरों और स्टाफ कम संख्या में होने की बात बताई। जिस पर सचिव ने व्यवस्थाओं में जल्द सुधार का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल आने वाले मरीज और तीमारदार से डॉक्टर और स्टाफ विनम्रता से पेश आएं। ओपीडी-ओटी ब्लॉक के निर्माण में देरी पर नाराजगी
अस्पताल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने ओटी व ओपीडी ब्लॉक के निर्माण में देरी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब विभिन्न निर्माण कार्यो के लिए शासन से 60, 65 और 90 प्रतिशत तक भुगतान कर दिया गया है, तो निर्माण में देरी क्यों की जा रही है। उन्होंने इसके निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। प्राचार्य छुट्टी पर
शौचालय में प्रसव के बाद नवजात की मौत के बाद मचे बवाल के बीच राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता छुट्टी चले गए है। बताया गया है कि वह मेडिकल लीव पर गए हैं। इस संबंध में उनसे बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।