बालिका दिवस पर एसडीएम चकराता के घर आई खुशियां
चकराता बालिका दिवस के मौके पर एसडीएम चकराता डॉ. अपूर्वा सिंह के घर खुशियों की किलकारी गूंजी। एसडीएम ने बेटी को जन्म दिया जिससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। स्वजनों ने मिठाई बांटी और उनकें बधाई दी।
संवाद सूत्र, चकराता: बालिका दिवस के मौके पर एसडीएम चकराता डॉ. अपूर्वा सिंह के घर खुशियों की किलकारी गूंजी। चकराता व त्यूणी तहसील में तैनात एसडीएम ने देहरादून के एक अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। इस खुशी में स्वजनों ने मिठाई बांटी। प्रसव उपरांत जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महासू देवता मंदिर प्रबंधन समिति ने एसडीएम को बेटी के जन्म की बधाई दी। स्वजनों ने कहा कि महासू देवता की असीम कृपा से उनके घर-परिवार में खुशी का वातावरण है।
पिछले दो साल से जौनसार-बावर परगने में उपजिलाधिकारी के पद पर तैनात डॉ. अपूर्वा सिंह (पीसीएस) ने बालिका दिवस के मौके पर बेटी को जन्म दिया है। कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन के समय एसडीएम ने कोरोना वॉरियर्स के रूप में पर्वतीय क्षेत्र के अति दुर्गम इलाकों में कोरोना से बचाव को जन-जागरूकता अभियान के तहत अहम भूमिका निभाई। गर्भवती होने के बाद भी एसडीएम ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। सीएचसी चकराता में तैनात उनके पति डॉ. अभिमन्यु राठौर ने कहा कि शनिवार शाम को उनकी पत्नी एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह को प्रसव पीड़ा की शिकायत होने से देहरादून के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान उनके घर बेटी ने जन्म लिया। यह उनकी पहली संतान है। बालिका दिवस के मौके पर एसडीएम के घर खुशियों की किलकारी गूंजने से स्वजन खुशी से फूले नहीं समा रहे। वहीं, दादा बनने की खुशी में जौनसार के खाती निवासी सेवानिवृत्त अपर सचिव अर्जुन सिंह राठौर ने कहा कि यह पल उनके परिवार के लिए सबसे सुखद है। बालिका दिवस पर घर में बेटी के जन्म लेने से राठौर परिवार ने परपंरागत तरीके से जश्न मनाया और मिठाई बांटी। महासू देवता मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव मोहनलाल सेमवाल, वरिष्ठ सदस्य जितेंद्र चौहान, राजाराम शर्मा व डॉ. नरेंद्र चौहान समेत क्षेत्र के अन्य लोगों ने एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह को बेटी के जन्म की बधाई दी।