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कोरोना की चिंता के बीच सुस्त पड़ी सैंपलिंग की चाल, इस महीने की स्थिति पर डालें नजर

Coronavirus Outbreak पिछले कुछ वक्त से सैंपलिंग की रफ्तार फिर सुस्त पड़ गई है। जब से कोरोना की दस्तक हुई हर स्तर पर शारीरिक दूरी के महत्व को रेखांकित किया जा रहा है। पर मौजूदा वक्त में इसका ठीक ढंग से पालन नहीं हो पा रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 07:35 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 07:35 AM (IST)
कोरोना की चिंता के बीच सुस्त पड़ी सैंपलिंग की चाल, इस महीने की स्थिति पर डालें नजर
कोरोना की चिंता के बीच सुस्त पड़ी सैंपलिंग की चाल।

देहरादून, जेएनएन। Coronavirus Outbreak ठंड बढ़ रही है और शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजेशन आदि को लेकर एहतियात घट रही है। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका और ज्यादा प्रबल होने लगी है। पर ताज्जुब है कि सरकार इस बात को नजरअंदाज कर रही है। पिछले कुछ वक्त से सैंपलिंग की रफ्तार फिर सुस्त पड़ गई है। जब से कोरोना की दस्तक हुई हर स्तर पर शारीरिक दूरी के महत्व को रेखांकित किया जा रहा है। पर मौजूदा वक्त में इसका ठीक ढंग से पालन नहीं हो पा रहा है। बाजार से लेकर सार्वजनिक कार्यक्रमों में, हर कहीं सामाजिक दूरी का नियम टूटा है। 

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स्वास्थ्य विशेषज्ञ बार-बार यह कह रहे हैं कि सर्दियों का समय वायरस के लिए उपयुक्त होता है। सामाजिक दूरी, मास्क लगाने की आदत में जरा भी ढील बरती गई तो मामले तेजी से बढ़ेंगे। पर लोग फिर भी बेफिक्र दिख रहे हैं। जनता ही नहीं, सिस्टम ने भी इस ओर सुस्ती बरतनी शुरू कर दी है। घटती सैंपलिंग इसी की एक बानगी है। अगर सिर्फ नवंबर की ही स्थिति देखें तो इस माह एक दिन में साढ़े बारह हजार सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए। 

पर पिछले कुछ वक्त में यह संख्या एकाएक गिर गई है। खासकर पिछले तीन दिन में सिर्फ 13293 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। यानी हर दिन औसतन 4431 सैंपल। यह आने वाले खतरे से मुंह मोडऩे जैसा है। प्रदेश में कोरोना के मामलों का विश्लेषण कर रही संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल कहते हैं कि संक्रमण का फैलाव को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर टेस्टिंग की जरूरत है। यही एकमात्र जरिया है, जिससे संक्रमितों की पहचान कर एक बड़ी आबादी को प्रभावित होने से बचाया जा सकता है। कम टेस्ट होने का खतरा यह है कि पहचान न होने के कारण कई संक्रमित व्यक्ति अनजाने में बीमारी फैलाते रहेंगे।

जांच को भेजे सैंपल 

  • 1 नवंबर: 9413
  • 2 नवंबर: 11090
  • 3 नवंबर: 11119
  • 4 नवंबर: 9240
  • 5 नवंबर: 10598
  • 6 नवंबर: 11479
  • 7 नवंबर: 10895
  • 8 नवंबर: 6571
  • 9 नवंबर: 11683
  • 10 नवंबर: 12587
  • 11 नवंबर: 10887
  • 12 नवंबर: 9743
  • 13 नवंबर: 7808
  • 14 नवंबर: 3198
  • 15 नवंबर: 3620
  • 16 नवंबर: 6475

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