रोडवेज चालक-परिचालक का रात्रि विश्राम भत्ता बढ़ा
जागरण संवाददाता, देहरादून : लंबे समय से चल रही चालक-परिचालकों का रात्रि विश्राम भत्ता बढ़ाने क
जागरण संवाददाता, देहरादून : लंबे समय से चल रही चालक-परिचालकों का रात्रि विश्राम भत्ता बढ़ाने की मांग रोडवेज प्रबंधन ने मान ली है। प्रबंधन ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए मैदानी मार्गो पर रात्रि विश्राम भत्ता 75 रुपये किया गया है जबकि पर्वतीय मार्गो पर 112.50 रुपये। नई दरें एक अक्टूबर से लागू होंगी।
मौजूदा समय में मैदानी मार्ग पर रात्रि विश्राम भत्ता 65 रुपये जबकि पर्वतीय मार्ग पर 100 रुपये है। उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन और उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन लगातार प्रबंधन पर रात्रि विश्राम भत्ता बढ़ाने का दबाव बना रही थी। पिछले दिनों कर्मचारी संगठनों और प्रबंधन के बीच हुई समझौता वार्ता में इस पर सहमति बनी थी। जिस पर महाप्रबंधक दीपक जैन ने इसके आदेश जारी कर दिए।
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चालक-परिचालक ने लौटाया पर्स
देहरादून से दिल्ली जा रही वाल्वो बस में बुधवार को एक यात्री का पर्स छूट गया। जिसमें नगदी व मोबाइल आदि था। यात्री रुड़की में ही उतर गया। जब बस बिकानो मुजफ्फरनगर पहुंची तो परिचालक ने पर्स देखा। उसने चालक को बताया तो दोनों ने यात्री के मोबाइल के जरिए उसके परिचित से संपर्क किया और यात्री को पर्स छूटने की जानकारी दी। इसके बाद वे यात्री के पहुंचने तक उसका इंतजार करते रहे और पर्स देकर ईमानदारी का परिचय दिया।
एजीएम को दिया नोटिस
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की ग्रामीण डिपो शाखा के पदाधिकारियों द्वारा डिपो एजीएम को आंदोलन का नोटिस दिया गया है। आरोप है कि डिपो में बसों की दशा बेहद खराब है और वे रास्ते में ब्रेक-डाउन हो रहीं। जिससे बस स्टॉफ को यात्रियों के गुस्से का शिकार बनना पड़ रहा। आरोप है कि कार्यशाला से बसों को बिना जांच-पड़ताल के रूट पर भेजा जा रहा है। यूनियन के शाखा मंत्री नीरज कुमार ने बताया कि अगर दो अक्टूबर तक उनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो वे चार अक्टूबर से डिपो कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे।