बिंग के होमपेज पर ऋषिकेश की चौरासी कुटिया, 12 से ज्यादा तस्वीरें फ्लैश की
बिंग ने अपने होम पेज पर चौरासी कुटिया की 12 से ज्यादा तस्वीरें फ्लैश की हैं। बिंग ने चौरासी कुटिया में ब्रिटेन के लीवरपुल की संगीत टोली बीटल्स बंधुओं की यादों को भी ताजा किया है।
देहरादून, संतोष भट्ट। दुनिया में योग और धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुकी ऋषिकेश की चौरासी कुटिया को माइक्रोसॉफ्ट के बिंग सर्च इंजन ने अपने होम पेज पर जगह दी है। बिंग ने अपने होम पेज पर चौरासी कुटिया की 12 से ज्यादा तस्वीरें फ्लैश की हैं। बिंग ने चौरासी कुटिया में ब्रिटेन के लीवरपुल की संगीत टोली बीटल्स बंधुओं की यादों को भी ताजा किया है। बिंग ने पुणे के पर्यटक स्थलों के बाद दूसरे नंबर पर चौरासी कुटिया को होम पेज पर जगह दी है।
चौरासी कुटिया ऋषिकेश स्थित गंगा तट पर महर्षि महेश योगी की तपस्थली है। 1961 में महेश योगी ने वन विभाग से लीज पर लेकर यहां योग और ध्यान के लिए यह कुटिया बनाई थी। 1968 में कुटिया में ब्रिटेन के लीवरपुल के पॉप ग्रुप बीटल्स के चार सदस्यों ने यहां योग ध्यान किया। इसी दौरान बीटल्स बंधुओं ने यहां 48 गाने लिखे। इनमें से 18 गाने उनकी प्रसिद्ध एलबम 'द व्हाइट' में शामिल किए गए। इन गानों ने पूरी दुनिया में धूम मचाई। तब से इस स्थान को पूरी दुनिया में बीटल्स की तपस्थली के रूप में भी जाना जाता है। भारत भ्रमण पर आने वाले ब्रिटेन व अन्य देश के लोग भी यहां आते हैं। यही कारण है कि बिंग सर्च इंजन ने चौरासी कुटिया की फोटो, मैप और महत्वपूर्ण जानकारी अपने होम पेज पर शेयर की है।
चौरासी कुटिया के बारे में यह भी जानिए
महर्षि महेश योगी की तपस्थली चौरासी कुटिया वन विभाग की जमीन पर बनी थी। 1981 में लीज खत्म होने के बाद भी यहां कुटिया का संचालन होता रहा, लेकिन 2000 में सुप्रीम कोर्ट ने जनहित याचिका पर वन विभाग की भूमि को कब्जामुक्त करने के आदेश दिए थे। इसके बाद 2003 में वन विभाग ने इसे अपने कब्जे में ले लिया था। करीब 12 सालों तक कुटिया की देखरेख न होने से यह जर्जर हाल में पहुंच गई थी। 2015 में दोबारा यहां पर पर्यटन गतिविधियां शुरू हुईं।
बोले अधिकारी
- दिलीप जावलकर (सचिव पर्यटन) का कहना है कि बिंग सर्च इंजन में चौरासी कुटिया को स्थान मिलना बड़ी बात है। इसका लाभ पर्यटन और योग के रूप में मिलेगा। खासकर युवाओं को इसके बारे में जानकारी मिलेगी।
- सनातन (निदेशक राजाजी नेशनल पार्क) का कहना है कि बिंग सर्च इंजन के होम पेज पर चौरासी कुटिया की फोटो हमारे लिए गर्व की बात है। इसका लाभ मिलेगा।
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