ऋषिकेश: श्रमिकों ने तहसील परिसर में किया धरना-प्रदर्शन, जानिए क्या है उनकी मांगें
ऋषिकेश में श्रमिक कल्याण समिति के बैनर तले श्रमिकों ने तहसील परिसर में धरना देकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। समिति की ओर से उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राजपाल खरोला ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। अखिल भारतीय सर्वजन श्रमिक कल्याण समिति के बैनर तले श्रमिकों ने तहसील परिसर में धरना देकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। अपनी 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में आंदोलन चला रहे अखिल भारतीय श्रमिक कल्याण समिति के बैनर तले श्रमिकों ने सोमवार को तहसील परिसर में धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान समिति की ओर से उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राजपाल खरोला ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से लंबित चल रहे मृत्यु एवं विवाह के उपरांत आर्थिक सहायता के प्रकरणों का अभी तक निस्तारण नहीं किया गया है। वर्ष 2017 में श्रमिकों को दिए गए कौशल विकास प्रशिक्षण के मानदेय का श्रमिकों को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। पंजीकृत श्रमिकों को विगत तीन वर्षों से टूलकिट, साइकल एवं सिलाई मशीन का वितरण नहीं किया गया है। उन्होंने कहा मृत्यु के उपरांत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन की समय सीमा के संबंध में शासन एवं श्रम विभाग अलग-अलग तिथियां बता रहा है, इस संबंध में स्थिति को स्पष्ट किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2018 में महिला श्रमिकों को दिए गए सिलाई प्रशिक्षण का मानदेय और प्रमाण पत्र शीघ्र उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई।
समिति के अध्यक्ष प्रेमनाथ राव ने कहा कि वर्ष 2013 से 2017 के दौरान बने आफलाइन लेबर कार्डों को आनलाइन किया जाए। सहायक श्रम आयुक्त को ओर से बार-बार ठेकेदारों से प्रमाण पत्र मांगा जाना श्रमिकों का शोषण करना है। उन्होंने मांग उठाई कि श्रम प्रवर्तन पंजीकरण अधिकारी श्रम कार्यालय ऋषिकेश में नियमित रूप से सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक उपस्थित रहे, ताकि श्रमिक पंजीकरण संबंधित कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। समिति के सचिव गोपाल राम ने श्रम कार्यालय पर श्रमिकों के शोषण का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार अधिकारी के तबादले की मांग की। धरना प्रदर्शन में फूलमती देवी, गुड्डन देवी, आशा भंडारी, हरेंद्र प्रसाद, मिंटू, पदम, अशोक आदि उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति की हड़ताल को मिल रहा विभिन्न संगठनों का समर्थन