वॉक रेस में उत्तराखंड की रेशमा पटेल ने बनाया रिकॉर्ड, पढ़िए पूरी खबर
18वीं नेशनल फेडरेशन कप जूनियर अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उत्तराखंड की बेटी रेशमा पटेल ने गणतंत्र दिवस पर 10 किलोमीटर वॉक रेस (महिला वर्ग) में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड रच दिया। रेशमा ने यह दूरी रिकॉर्ड 48 मिनट 25 सेकेंड में तय कर स्वर्ण पदक कब्जाया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। 18वीं नेशनल फेडरेशन कप जूनियर अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उत्तराखंड की बेटी रेशमा पटेल ने गणतंत्र दिवस पर 10 किलोमीटर वॉक रेस (महिला वर्ग) में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड रच दिया। रेशमा ने यह दूरी रिकॉर्ड 48 मिनट 25 सेकेंड में तय कर स्वर्ण पदक कब्जाया। इस सफलता के साथ ही रेशमा ने आगामी जूनियर वल्र्ड चैंपियनशिप और जूनियर एशियन चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। भोपाल (मध्य प्रदेश) के टीटी नगर स्टेडियम में चल रही इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के ही परमजीत ने 10 किलोमीटर वॉक रेस में कांस्य पदक हासिल किया है। दोनों ही एथलीट देहरादून के रहने वाले हैं और यहां महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
नेशनल फेडरेशन कप जूनियर अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10 किलोमीटर वॉक रेस में ओवरऑल रिकॉर्ड अब तक विजयवाड़ा की पी. गोस्वामी के नाम था। उन्होंने वर्ष 2014 में 49 मिनट 16 सेकेंड में 10 किलोमीटर की दूरी तय कर रिकॉर्ड बनाया था। पी. गोस्वामी के रिकॉर्ड को तोड़ने वाली रेशमा एथलीट परिवार से आती हैं। उनके बड़े भाई इंद्रजीत भी अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं। वह देहरादून में ओएनजीसी में कार्यरत हैं। वहीं, रेशमा की बड़ी बहन रोजी पटेल यूथ एशियन चैंपियनशिप में वॉक रेस में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। मूल रूप से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली रेशमा वर्ष 2014 से परिवार के साथ देहरादून में रह रही हैं। वह यहां महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज के एक्सीलेंस सेंटर में एथलेटिक्स कोच एवं देवभूमि द्रोणाचार्य अवार्डी अनूप बिष्ट से प्रशिक्षण ले रही हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में रेशमा ने तीन हजार मीटर वॉक रेस में भी नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था। तब उन्होंने तीन हजार मीटर की दूरी 14 मिनट 14 सेकेंड में तय की थी।
रेशमा और परमजीत की सफलता के लिए उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप शर्मा, सचिव केजेएस कलसी, सीनियर चीफ कोच गुरुफूल सिंह, अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रीतम बिंद आदि ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
यह भी पढ़ें- बालिकाओं को आत्मनिर्भर बना रही ब्लैक बेल्ट स्वाति, जीत चुकी हैं 10 गोल्ड, नौ सिल्वर और सात कांस्य पदक