सर्वाधिक पौधारोपण का बनाया कीर्तिमान
दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटाकॉर्प की ओर से आयोजित वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में एक समय में सर्वाधिक पौधारोपण का नया कीर्तिमान बना है। ऋषिकेश के राजकीय महाविद्यालय में एक हजार पौधरोपण के अलावा देश के नौ शहरों में इस कार्यक्रम को एक साथ आयोजित किया गया। एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स तथा इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स ने इस आयोजन को नए कीर्तिमान के रूप में पंजीकृत किया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटाकॉर्प की ओर से आयोजित वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में एक समय में सर्वाधिक पौधारोपण का नया कीर्तिमान बना है। ऋषिकेश के राजकीय महाविद्यालय में एक हजार पौधरोपण के अलावा देश के नौ शहरों में इस कार्यक्रम को एक साथ आयोजित किया गया। एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स तथा 'इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स' ने इस आयोजन को नए कीर्तिमान के रूप में पंजीकृत किया है।
रविवार को राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में इस वृहद पौधारोपण अभियान का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एनपी माहेश्वरी व हीरो मोटाकॉर्प के सीईओ विजय सेठी ने संयुक्त रूप से किया। पौधारोपण कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, शिक्षणेत्तर कर्मी, नागरिकों, एनसीसी, एनएसएस व रोबर-रेंजर्स सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। राजकीय महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रांगण से सटी भूमि पर ही अकेले एक हजार पौधों का रोपण किया गया। मात्र नौ मिनट के अंतराल में इस वृहद पौधारोपण को अंजाम दिया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि कंपनी की ओर से राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश को मुख्य आयोजन स्थल बनाते हुए देश भर में पांच अन्य स्थानों नई दिल्ली, गुरुग्राम, धारूहेड़ा, नीमराना, जयपुर और हालोल में एक साथ पौधारोपण अभियान चलाया गया। उत्तराखंड के देहरादून जनपद में ही 36 ग्राम पंचायतों और क्षेत्र 15 वार्डों से 35 हजार से अधिक परिवारों ने 2.1 लाख से अधिक पेड़ लगाए। इस पूरे अभियान को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के एडजूडिकेटर, डॉ. परवेज अहमद ने सभी मानकों पर अध्ययन करने के पश्चात रिकॉर्ड का अनंतिम प्रमाण पत्र हीरो मोटोकॉर्प के सीईओ विजय सेठी को प्रदान किया। इस दौरान लोगों को सीड बॉल भी वितरित किए गए। डॉ. दयाधर दीक्षित के संचालन में चले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के ओएसडी शैलेन्द्र त्यागी, डॉ. वृजमोहन शर्मा, डॉ. एमपी नगवाल, डॉ. सुमिता श्रीवास्तव, डॉ. अशोक नेगी, डॉ. कृति पाल सिंह तोमर, डॉ. सतेंद्र कुमार, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. रितु कश्यप आदि उपस्थित थे।