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भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष भगत की मिशन 2022 में होगी असल परीक्षा

2022 में होने वाले राज्य विधानसभा के चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के लंबे सियासी अनुभव और रणनीतिक कौशल की असल परीक्षा होगी। साथ ही संगठन में भी तालमेल बैठाना होगा।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 08:44 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 08:44 AM (IST)
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष भगत की मिशन 2022 में होगी असल परीक्षा
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष भगत की मिशन 2022 में होगी असल परीक्षा

देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में 26 लाख की सदस्य संख्या का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी को अब नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है, मगर उनके सामने चुनौतियों की भरमार है। 2022 में होने वाले राज्य विधानसभा के चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के लंबे सियासी अनुभव और रणनीतिक कौशल की असल परीक्षा होगी। इसके अलावा सरकार व संगठन में तालमेल के साथ ही बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करना भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।

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प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव से अब तक चुनावों में विजय रथ पर सवार भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 57 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया। लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने लगातार दूसरी बार राज्य की पांचों सीटें जीतकर इतिहास रचा था। नगर निकाय, पंचायत और सहकारिता के चुनावों में भी भाजपा ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया।

अब दो साल बाद वर्ष 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें प्रचंड प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। ऐसे में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष को इसके मद्देनजर ही फील्डिंग सजाकर इसी के हिसाब से बूथ से लेकर प्रांत स्तर तक कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपनी होगी। जाहिर है कि इसके लिए खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।

इस प्रकार से कदम उठाने होंगे कि कोई नाराज भी न हो और राज्य सरकार की उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाने को प्रभावी रणनीति भी बने। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फील्डिंग लगाने में नए अध्यक्ष को अपने अनुभव से रणनीतिक कौशल दिखाना होगा। यही उनके लिए सबसे बड़ी परीक्षा होगी।

इसके अलावा सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल भी सबसे महत्वपूर्ण है। सरकार की उपलब्धियों को लेकर ही कार्यकर्ता आने वाले चुनाव में जनता के बीच जाएंगे। ऐसे में सरकार व संगठन में तालमेल होना आवश्यक है और इसके लिए ऐसी रणनीति अपनानी होगी, जिससे यह कतई न लगे कि संगठन का सरकार में कोई हस्तक्षेप हो रहा है। प्रदेश कार्यकारिणी में क्षेत्रीय व जातीय संतुलन साधना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं होगा।

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कार्यकर्ताओं का मान सम्मान सर्वोपरी 

भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के अनुसार, प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपने के लिए पार्टी नेतृत्व और सभी कार्यकर्ताओं का हृदय से आभार। मैं कोशिश करूंगा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाते प्रत्येक कार्यकर्ता का इन दो वर्षों में इतना मनोबल बढ़े कि 2022 में हम बंपर बहुमत से फिर सरकार बनाएं। कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान सर्वोपरि होगा। सरकार व संगठन में बेहतर तालमेल रहेगा।

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