हनोल मंदिर में बंद पड़े लंगर-सराय खोलने की तैयारी
संवाद सूत्र चकराता जौनसार-बावर के प्रमुख धाम सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में बंद पड़े लंगर सराय खोलने की तैयारी चल रही है।
संवाद सूत्र, चकराता: जौनसार-बावर के प्रमुख धाम सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल में बंद पड़े सराय व लंगर को खोलने की तैयारी चल रही है। देश में अनलॉक शुरू होने से मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। हनोल मंदिर में आठ माह से बंद पड़े लंगर-सराय नहीं खुलने से महासू मंदिर में रात्रि जागरण को आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंदिर समिति ने इसके संचालन का निर्णय लिया है। मंदिर समिति की पदेन अध्यक्ष एसडीएम चकराता डॉ. अपूर्वा सिंह ने लंगर-सराय के संचालन को कोविड-19 के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करने के निर्देश जारी किए हैं।
जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल में अनलॉक के बाद श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया। लोक मान्यता के अनुसार महासू मंदिर में देव दर्शन को आए अधिकांश श्रद्धालु हनोल में रात्रि जागरण के लिए आते हैं। लेकिन हनोल में श्रद्धालुओं की सुविधा को बने सराय-धर्मशाला व लंगर का संचालन पिछले आठ माह से बंद होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवार व बच्चों के साथ हनोल मंदिर में रात्रि जागरण को आने वाले श्रद्धालुओं की समस्या देख मंदिर समिति ने स्थानीय प्रशासन से बंद पड़े सराय-लंगर को खोलने की मांग की। मामले में मंदिर समिति के वरिष्ठ सदस्यों से चर्चा के बाद हनोल मंदिर सीमिति की पदेन अध्यक्ष एसडीएम चकराता डॉ. अपूर्वा सिंह ने तहसीलदार त्यूणी पूरण सिंह तोमर, सचिव मंदिर समिति व अन्य सदस्यों को एक दिसंबर से हनोल में श्रद्धालुओं के लिए सराय-धर्मशाला व लंगर व्यवस्था का संचालन गाइड लाइन व कोविड-19 के नियमों के तहत करने को कहा है। एसडीएम ने मंदिर प्रबंधन समिति को सराय-लंगर के संचालन में किसी तरह की लापरवाही बरतने व कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करने पर कार्रवाई करने की बात कही। एसडीएम ने सराय व लंगर हाल में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं, जिससे सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। मंदिर समिति के प्रबंधक एवं व्यवस्थापक नरेंद्र नौटियाल समेत अन्य कर्मियों को जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी करने को कहा गया है।