Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से बढ़ गई दुश्वारियां
Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। प्रदेशभर में 80 के करीब संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं।
देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Weather Update दून में गुरुवार देर रात रात करीब 11 बजे से शुरू हुआ मूसलाधार बारिश के दौरान सुबह तक लगातार जारी रहा। बारिश के कारण शहर की रिस्पना और बिंदाल समेत अन्य नदियां उफान पर आ गईं। इससे किनारे पर रहने वाले लोग फंस गए। रायपुर में दुल्हनी नदी उफान पर आने से लोअर देवपुरम कॉलोनी के घरों में पानी भर गया। मौके पर पहुंची आपदा प्रबंधन और पुलिस की टीमों ने वहां रहने वालों को रेस्क्यू किया। उधर, पटेलनगर की बीएस नेगी कॉलोनी में भी नाले के किनारे रहने वालों के घरों में पानी भर गया। वहां पर भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, हालांकि अभी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिल पाई है।
दून में गुरुवार रात को लगातार बारिश ने पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया। शहर की सभी सड़कों पर पानी भर गया। वहीं नदी और नालों के किनारों पर स्थित कॉलोनियों में रहने वालों की स्थिति और विकट हो गई। आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार, नेहरूग्राम, पटेलनगर, कांवली रोड, प्रिंस चौक, गांधी रोड, धर्मपुर में एलआइसी बिल्डिंग के पास जलभराव हो गया। यहां पर कई वाहन भी फंस गए। वहीं, चमोली में बदरीनाथ हाईवे नंदप्रयाग, लामबगड़, कुहेड बाजपुर में भूस्खलन से बंद है।
धारचूला विधायक बरसाती नाले में बहे, कार्यकर्ताओं ने बचाया
कुमाऊं में भी बारिश और भूस्खलन से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। धारचूला विधायक हरीश धामी गुरुवार को लुम्ती गांव में आपदा का निरीक्षण करने जाते वक्त बरसाती नाले में बह गए, साथ में मौजूद कार्यकर्ताओं ने उन्हें बमुश्किल बचाया। इसके अलावा पिथौरागढ़ के आपदा प्रभावित गांवों में फंसे लोग अब भी मदद की राह ताक रहे हैं। प्रदेशभर में 80 के करीब संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं। आपदा प्रभावित पिथौरागढ़ के लुम्ती, टांगा, गैला गांव के करीब 30 परिवारों को दुगड़ी गाड़ में टेंट लगाकर रखा गया है। गुरुवार को भी यहां बारिश व भूस्खलन से दो मकान ढह गए।
उधर, बांसबगड़ के आपदा प्रभावितों ने चार दिन बाद भी प्रशासनिक टीम से सहयोग न मिलने पर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया। चीन सीमा को जोड़ने वाला थल-मुनस्यारी मार्ग अब भी बंद है। हल्द्वानी-मुनस्यारी मार्ग मंगलवार की रात भारी बारिश से चेटाबगड़ पुल के पास मलबा आने से बंद हो गया, जिसके चलते स्थानीय युवकों ने एक शव को जान जोखिम में डाल नदी पार कर हल्द्वानी पहुंचाया।
मुनस्यारी का संपर्क कटने के चलते ग्रामीणों ने हेलीकॉप्टर से राहत पहुंचाने की मांग की है। बंगापानी तहसील के आपदाग्रस्त गांव मौरी तल्ला तक अस्थायी पुल बनाने के लिए भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल ग्रामीणों के साथ जुटे रहे। बागेश्वर जिले में 17 मार्ग बंद हैं, जिससे करीब 50 हजार की आबादी प्रभावित है। नैनीताल में एशिया के सबसे बड़े शोध केंद्र आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है। इधर, गढ़वाल में चारधाम मार्ग पर आवाजाही सुचारू है। ग्रामीण क्षेत्रों के आधा दर्जन संपर्क मार्ग बाधित हैं। मसूरी के पास कद्दूखाल में भी मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा।
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प्रमुख शहरों का तापमान
- शहर--------------अधिकतम-----------न्यूनतम
- देहरादून-------------31.2---------------24.0
- मसूरी----------------23.3--------------15.7
- टिहरी----------------25.0---------------16.8
- उत्तरकाशी----------26.4--------------17.6
- हरिद्वार-------------33.7--------------25.5
- जोशीमठ-------------25.2--------------16.8
- पिथौरागढ़-----------25.2--------------18.4
- अल्मोड़ा--------------25.7--------------18.3
- मुक्तेश्वर--------------18.8--------------15.0
- नैनीताल--------------22.3--------------17.1
- चंपावत--------------25.6--------------18.4
- ऊधमसिंह नगर----29.6--------------24.7