Covid 19 Vaccination: वैक्सीन नहीं लगने से रेलवे कर्मचारियों में रोष, जिलाधिकारी से की मुलाकात
देहरादून रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों और अधिकारियों में वैक्सीनेशन नहीं होने पर रोष सामने आया है। रेलवे स्टाफ और उनके परिजनों को वैक्सीन लगवाने के लिए उन्होंने जिलाधिकारी से भी मुलाकात की। साथ ही कर्मचारियों ने रेल प्रशासन जिला प्रशासन पर रेलवे कर्मचारियों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों और अधिकारियों में वैक्सीनेशन नहीं होने पर रोष सामने आया है। रेलवे स्टाफ और उनके परिजनों को वैक्सीन लगवाने के लिए उन्होंने जिलाधिकारी से भी मुलाकात की है। साथ ही कर्मचारियों ने रेल प्रशासन जिला प्रशासन पर रेलवे कर्मचारियों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया है।
नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन देहरादून शाखा के सचिव उग्रसेन सिंह ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों ने फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर कोरोना काल में कार्य किया है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने रेल कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल नहीं किया है। यही कारण है कि अभी तक रेलवे कर्मचारियों को वैक्सीनेशन की डोज नहीं लग पाई है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर रेलवे कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इस कारण हजारों की संख्या में रेलवे कर्मचारी कोरोना के चलते दिवंगत भी हुए हैं।
बावजूद इसके सरकार रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवार के बारे में नहीं सोच रही है। उन्होंने रेलवे जिला प्रशासन पर कर्मचारियों के उनके परिजनों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। रेलवे कर्मचारियों और उनके परिजनों को कैंप लगाकर वैक्सीन लगवाने की गुहार लेकर वह देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव से भी मिले हैं।
उनका कहना है कि रेलवे कर्मचारी ड्यूटी के दौरान अपना कार्य छोड़कर वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर तक नहीं जा सकते हैं। इसी कारण उनके परिजन भी वैक्सीनेशन से वंचित हैं, जिससे दोनों के लिए खतरा बरकरार है। ऐसे में प्रशासन को रेलवे कर्मचारियों के लिए विशेष कैंप लगाना चाहिए, जहां वे अपने परिजनों के साथ वैक्सीन लगवा सके।
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