स्कूलों में बिना विभाग की अनुमति के सार्वजनिक कार्यक्रम वर्जित Dehradun News
स्कूलों में बिना शिक्षा विभाग की अनुमति के सार्वजनिक कार्यक्रम करने पर स्कूलों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
By Edited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 10:50 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 02:52 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। सरकारी स्कूलों में बिना शिक्षा विभाग की अनुमति के सार्वजनिक कार्यक्रम करने पर स्कूलों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी, सीईओ ने जिले के स्कूलों को सार्वजनिक कार्यक्रम स्कूलों में आयोजित न करने की चेतावनी दी है। इन दिनों सरकारी स्कूलों में चल रही रामलीलाओं के आयोजनों की बात संज्ञान में आने के बाद सीईओ ने यह चेतावनी जारी की।
शुक्रवार को सीईओ आशा रानी पैन्यूली ने विभिन्न सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में मध्याह्न भोजन में कमी पाई गई। वहीं, रायवाला स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में रामलीला मंचन पर उन्होंने स्कूल में बिना विभाग की अनुमति के ऐसे कार्यक्रम न करने की चेतावनी दी। कहा कि स्कूल छात्रों की पढ़ाई के लिए बनाए गए हैं।
ऐसे सार्वजनिक आयोजनों से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है। साथ ही स्कूल में अनुशासन भी बिगड़ता है। उन्होंने सरकारी स्कूलों में बिना विभाग की अनुमति के सार्वजनिक आयोजन नहीं करने की चेतावनी दी। सीईओ ने प्राथमिक स्कूल हर्रावाला, बालिका हाई स्कूल हार्रावाला, छिद्दरवाला इंटर कॉलेज, रायवाला इंटर कॉलेज, कन्या उच्चतर विद्यालय रायवाला, प्राथमिक स्कूल रायवाला, प्राथमिक स्कूल हरिपुर का निरीक्षण किया।
हरिपुर प्राथमिक स्कूल की बेहतर मध्याह्न भोजन पकाने पर सराहना की गई। वहीं, अन्य स्कूलों को खाने की गुणवत्ता सुधारने को कहा। हर्रावाला और छिद्दरवाला के स्कूलों ने सीईओ आशा रानी ने शिक्षकों के साथ बैठक भी की।
उन्होंने शिक्षकों को छात्रों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति भी जांची। स्कूलों की दीवार पर लिखने होंगे टोल फ्री नंबर मध्याह्न भोजन में स्कूलों से लगातार कमियां सामने आने से शिक्षा विभाग खफा है। सीईओ आशा रानी पैन्यूली ने सभी स्कूलों को अपनी दीवारों पर विभाग का टोल फ्री नंबर लिखने के आदेश दिए, जिससे शिक्षा विभाग को मध्याह्न भोजन में कमियों की शिकायत मिल रही है। अभिभावकों को टोल फ्री नंबरों की जानकारी होना जरूरी है। जिससे विभाग को स्कूलों की कमियों का पता चल सके। उन्होंने स्कूल में छात्रों की यूनिफार्म नियमित रूप से जांचने, स्कूल की दीवारों पर छात्रों द्वारा वॉल पेंटिंग बनाने और स्कूल के सौंदर्यीकरण के लिए भी आदेश जारी किए।
सीईओ आशा रानी पैन्युली ने कहा कि स्कूलों में सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होने की शिकायतें मिली हैं। यह गलत है, स्कूल में बिना अनुमति ऐसे आयोजन होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। स्कूलों को विभाग के टोल फ्री नंबर दीवारों पर लिखने के लिए भी कहा गया है। जिससे अभिभावक स्कूलों की कमियां विभाग को बता सकेंगे।
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