केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कालेज हुए लामबंद, विवि की कार्यप्रणाली पर उठाए गंभीर प्रश्न
गढ़वाल विश्वविद्यालय का छात्रों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया हजारों छात्रों पर भारी पड़ रहा है। अब गढ़वाल विवि से संबद्ध सभी निजी कालेज एकमंच पर आ गए हैं और विवि के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय का छात्रों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया हजारों छात्रों पर भारी पड़ रहा है। संबद्ध निजी कालेजों की ओर से कई बार संपर्क करने पर जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो गढ़वाल विवि से संबद्ध सभी निजी कालेज एकमंच पर आ गए हैं और विवि के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।
एसोसिएशन आफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट की बैठक सोमवार को दून स्थित कुकरेजा इंस्टीट्यूट में हुई। जिसमें देहरादून, हरिद्वार, रुड़की व कोटद्वार के विभिन्न कालेज संचालकों व प्रतिनिधियों ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठाए।
निजी कालेज प्रतिनिधियों की एक जैसी शिकायत है कि गढ़वाल विवि संबद्ध कालेजों के किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया जाता है। जब भी किसी कालेज के छात्रों के रिजल्ट परीक्षा संबंधी सूचना विवि से मांगी जाती है तो विवि प्रशासन उदासीन रवैया अपना लेता है। विवि की अनुमति से जिन छात्रों के परीक्षा केंद्र बदले जाते हैं उनके परीक्षा परिणाम विवि रोक देता है और ऐसे छात्रों की अनुपस्थिति दर्शाई जाती है। उसके बाद परेशान छात्र लगातार विवि व कालेज से परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग करते हैं लेकिन कालेज प्रशासन कोई जवाब नहीं दे पाते हैं। क्योंकि विवि समुचित कार्रवाई नहीं करता है। ऐसे अनेक प्रकरण लंबित हैं।
इतना ही नहीं विवि की विशेष अनुमति से कोई छूटी हुई परीक्षा कराई जाती है इस परीक्षा के लिए छात्र-छात्राएं निर्धारित फीस भी जमा कर देते हैं। विवि परीक्षा तो लेता है, लेकिन परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जाता है। कालेज प्रतिनिधियों का कहना है कि विवि के अधिकारियों से इस संबंध में कई बार बात की गई लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है।
कालेज प्रतिनिधिययों ने कहा कि विवि की कुलपति किसी से मिलती नहीं हैं और कुलसचिव अपनी जिम्मेदारियों से बचते हैं जिससे रूटीन के कार्य भी नहीं हो पाते हैं।
नहीं माने तो लेंगे न्यायालय की शरण
एसोसिएशन आफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डा.सुनील अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से संबंधित सभी सूचनाएं कुलाधिपति डा. योगेंद्र नारायण को भेज जाती हैं। कुलाधिपति ने कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल से संज्ञान लेने के लिए कहा है लेकिन अभी तक विवि के अधिकारियों के उदासीन रवैया में कोई बदलाव नहीं आया है। इन परिस्थितियों में अगर विवि के अधिकारियों का ऐसा ही रवैया रहा तो कालेजों को रूटीन के कार्यों के लिए भी न्यायालय की शरण लेनी होगी।
- प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल (कुलपति गढ़वाल केंद्रीय विवि) का कहना है कि गढ़वाल विवि से संबद्ध सभी निजी कालेजों की शिकायतों पर नियमानुसार कार्रवाई होती है। छात्रों से संबंधित कई ऐसे मामले होते हैं तो निजी संस्थान नियमों की अनदेखी की खुद लागू कर देते हैं। ऐसे मामले लंबित हो सकते हैं। मैं खुद प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा करती हूं। कालेज लंबित मामलों की लिस्ट भेजें उसका जवाब दिया जाएगा।
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