India China Border Issue: पूर्व सैन्य अधिकारी बोले, चीन को प्रधानमंत्री ने दिया सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे को रक्षा विशेषज्ञों ने रणनीतिक लिहाज से एक अच्छा कदम बताया है। उनकी नजर में इसके प्रत्यक्ष रूप से तीन फायदे होंगे।
देहरादून, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे को रक्षा विशेषज्ञों ने रणनीतिक लिहाज से एक अच्छा कदम बताया है। उनकी नजर में इसके प्रत्यक्ष रूप से तीन फायदे होंगे। पहला यह कि प्रधानमंत्री को युद्ध क्षेत्र में देख सैनिकों का हौसला कई गुना बढ़ गया होगा। दूसरा चीन को स्पष्ट संदेश गया है कि भारत किसी भी सूरत में पीछे हटने वाला नहीं है। तीसरा दुनिया के मुल्कों के लिए भी भारत का संदेश है कि वह चीन के इरादे को पहचान लें और उसके मंसूबों को देखते हुए वक्त रहते संभल जाएं।
दौरे का है समारिक महत्व
सेवानिवृत्त ले. जनरल एमएस भंडारी के अनुसार, पीएम मोदी के इस दौरे का सामरिक महत्व है। चीन को निश्चित तौर पर यह संदेश मिल गया है कि हम पीछे नहीं हटेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे से फ्रंटलाइन पर तैनात सेना के जवानों को ताकत, मनोबल और यथा शक्ति भी मिलेगी। किसी संवेदनशील स्थान पर जाकर अपनी सेना को प्रोत्साहित करना और आगे की तैयारियों को देखना यह संदेश देता है कि भारत आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार है। उम्मीद है कि वर्षों से चला आ रहा सीमा विवाद भी अब हल होगा।
फोटोः सेवानिवृत्त ले. जनरल एमएस भंडारी
रणनीतिक लिहाज के अच्छा कदम
सेवानिवृत्त ले. जनरल गंभीर सिंह नेगी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी का लेह पहुंचना रणनीतिक लिहाज से एक अच्छा कदम है। उन्होंने चीन को बता और जता दिया कि संभल जाओ, आज देश उसकी हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। उसको पीछे खदेडऩे के लिए हम दृढ़ संकल्प हैं। चीन ही नहीं बल्कि कोई भी देश, अगर यह समझता है कि भारत पीछे हट जाएगा तो वो गलत है। हम धैर्य और संयम जरूर बरत रहे हैं, पर किसी भी मुकाबले को हर वक्त शिद्दत से तैयार हैं।
फोटोः सेवानिवृत्त ले. जनरल गंभीर सिंह नेगी
हर मोर्चे पर घिरता जा रहा चीन
सेवानिवृत्त मेजर जनरल ओपी सभरवाल का कहना है कि सामरिक, कूटनीतिक व आर्थिक, आज चीन हर मोर्चे पर घिरता जा रहा है। प्रधानमंत्री के दौरे से सैनिकों का मनोबल तो बढ़ा ही है, यह भी तय हो गया है कि भारत अपनी एक इंच जमीन को लेकर भी कोई समझौता नहीं करेगा। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया है कि चीन का विस्तारवादी रवैया अब नहीं चलेगा। साथ ही पाकिस्तान को भी साफ शब्दों में कहा, यदि उसे लग रहा है कि भारत और चीन के बीच तनाव का फायदा उठाया जा सकता है, तो यह उसकी भूल है।
फोटोः सेवानिवृत्त मेजर जनरल ओपी सभरवाल
चीन के साथ पाकिस्तान को भी संदेश
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर केजी बहल के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने लेह जाकर एक बड़ा कदम उठाया है और चीन को स्पष्ट संदेश दिया है कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। बल्कि चीन के साथ-साथ पाकिस्तान को भी संदेश है कि वो किसी के बहकावे में न आए अन्यथा बाद में पछतावे के सिवाय कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। इस बार मोदी ने कृष्ण का उदाहरण दिया है जो हर वक्त बांसुरी बजाते रहते हैं, लेकिन मौके पर सुदर्शन चक्र के इस्तेमाल से भी परहेज नहीं करते।
फोटोः सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर केजी बहल