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रंग ला रह अनिल बलूनी की पहल, कैंसर इंस्टीट्यूट के संबंध में केंद्र के समक्ष प्रस्तुतिकरण

भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की पहल रंग लाती नजर आ रही है। नई दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक में इंस्टीट्यूट की स्थापना को लेकर अपनाए जाने वाली प्रक्रिया पर चर्चा की गई।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 12:20 PM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 12:20 PM (IST)
रंग ला रह अनिल बलूनी की पहल, कैंसर इंस्टीट्यूट के संबंध में केंद्र के समक्ष प्रस्तुतिकरण
रंग ला रह अनिल बलूनी की पहल, कैंसर इंस्टीट्यूट के संबंध में केंद्र के समक्ष प्रस्तुतिकरण।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। हल्द्वानी में टाटा कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की पहल रंग लाती नजर आ रही है। नई दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक में इंस्टीट्यूट की स्थापना को लेकर अपनाए जाने वाली प्रक्रिया पर चर्चा की गई। इस दौरान उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की ओर से केंद्रीय परमाणु ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा जितेंद्र सिंह के समक्ष प्रस्तुतिकरण भी दिया गया।

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उत्तराखंड के हल्द्वानी में टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना को लेकर लगातार कवायद चल रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय परमाणु ऊर्जा राज्यमंत्री मंत्री डा जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट के निदेशक डा अच्युत बड़वे, उप निदेशक डा. पंकज चतुर्वेदी, उत्तराखंड के सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी मौजूद थे।

सांसद अनिल बूलनी ने कहा कि टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट प्रबंधन उत्तराखंड में कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए कार्य कर रहा है। इस कड़ी में अधिकारियों की बैठकों का दौर जारी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हर क्षेत्र में नए आयाम जुड़े हैं। उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि वह निजी तौर पर जानते हैं कि भले ही कैंसर के क्षेत्र में विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है।

अनेक रोगों पर विजय हासिल कर ली है, लेकिन आज भी कैंसर को समाज में मानसिक तनाव व भय की दृष्टि से देखा जाता है। राज्य में कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना से राज्य की जनता को सस्ता और उच्च कोटि का प्रमाणिक उपचार मिलने के साथ ही समय पर जांच कराने से रोगी शीघ्र स्वस्थ भी हो सकेगा। बैठक में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा रविशंकर भी मौजूद थे।

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