इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के 70 प्रशिक्षु आइएफएस को बुलाने की तैयारी
आइजीएनएफए के 2019-2021 बैच के 70 प्रशिक्षु आइएफएस अधिकारियों को वापस दून बुलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ये अधिकारी होली के समय अवकाश पर घरों को लौट गए थे।
देहरादून, जेएनएन। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आइजीएनएफए) के 2019-2021 बैच के 70 प्रशिक्षु आइएफएस अधिकारियों को वापस दून बुलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ये अधिकारी होली के समय अवकाश पर घरों को लौट गए थे। इसके बाद देश में लॉकडाउन लागू हुआ तो वापस नहीं लौट सके। अब केंद्र सरकार ने 15 जुलाई से प्रशिक्षण अकादमियों को खोलने की अनुमति दे दी है। लिहाजा, अकादमी ने भी प्रशिक्षु अधिकारियों को बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की एसओपी का इंतजार भी किया जा रहा है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के कोर्स निदेशक डॉ. एस सेंथिल ने बताया कि वैसे सभी प्रशिक्षुओं का ऑनलाइन कोर्स पहले ही शुरू कर दिया गया था। हालांकि, अब प्रशिक्षुओं के लिए अकादमी खोली जा रही है। इसके अनुरूप सभी तैयारी की जा रही है। कई प्रशिक्षु कोरोना वायरस के हाई लोड शहरों से भी आ रहे हैं। तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए क्वारंटाइन के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। अभी तक जिला प्रशासन हाई लोड शहरों से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में भेज रहा है। ऐसे में जिलाधिकारी से भी अनुरोध किया जाएगा कि वह सभी प्रशिक्षुओं को अकादमी में ही क्वारंटाइन करने की अनुमति प्रदान करें। यहां क्वारंटाइन के सभी इंतजाम किए गए हैं।
एलबीएस नहीं बुला रहा प्रशिक्षुओं को वापस
लाल बहादुर शास्त्री (एलबीएस) राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी अपने प्रशिक्षुओं को वापस नहीं बुला रही है। यहां के करीब 187 प्रशिक्षु लॉकडाउन के बाद से ही बाहर हैं। यहां भी इन्हें ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एलबीएस अकादमी के निदेशक संजीव चोपड़ा ने बताया कि पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा किया जा चुका है।
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अब दूसरे चरण का प्रशिक्षण महज पांच सप्ताह का है। ऐसे में यदि प्रशिक्षुओं को बुलाते हैं तो क्वारंटाइन में काफी समय खराब हो जाएगा। लिहाजा, इस चरण में भी ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। दूसरी तरफ इस बार प्रशिक्षण में शामिल एक सप्ताह का विदेश दौरे का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।
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