Uttarakhand Politics: नए कालेजों की स्थापना को बतौर उपलब्धि गिनाने की तैयारी, जानिए पूरा मामला
नए और उच्चीकृत किए जाने वाले सभी कालेजों को पदों के साथ खोला गया है। खास बात ये है कि ये सभी कालेज चालू शैक्षिक सत्र ही प्रारंभ किए जा रहे हैं। मौजूदा भाजपा सरकार इन्हें उपलब्धियों के तौर पर अपने चुनावी एजेंडे का भी हिस्सा बनाने जा रही है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: Uttarakhand Politics राज्य में 10 नए डिग्री कालेजों की स्थापना और आठ को स्नातक स्तर से स्नातकोत्तर तक उच्चीकृत करने की घोषणाएं कोरी साबित नहीं होंगी। नए और उच्चीकृत किए जाने वाले सभी कालेजों को पदों के साथ खोला गया है। खास बात ये है कि ये सभी कालेज चालू शैक्षिक सत्र ही प्रारंभ किए जा रहे हैं। मौजूदा भाजपा सरकार इन्हें उपलब्धियों के तौर पर अपने चुनावी एजेंडे का भी हिस्सा बनाने जा रही है।
पुष्कर सिंह धामी सरकार मुख्यमंत्री की घोषणाओं को तुरंत अमलीजामा पहनाने पर विशेष जोर दे रही है। बीते माह उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने आठ डिग्री कालेजों को उच्चीकृत कर स्नातकोत्तर बनाने और साथ में नए डिग्री कालेज खोलने की घोषणा की थी। एक माह के भीतर ही विभाग ने इस घोषणा को अमलीजामा पहना दिया। इसके लिए खासी मशक्कत की गई है। दरअसल अब तक सैद्धांतिक रूप से नए डिग्री कालेज खोलने की घोषणाओं पर अमल किया जाता रहा है।
सरकार ने पदों के साथ डिग्री कालेजों को उच्चीकृत किया। इसी तरह अभी तक नए डिग्री कालेजों की स्थापना पदों के साथ की गई है। कालेजों को चालू शैक्षिक सत्र में ही प्रारंभ किया जाएगा। कालेजों के अपने भवन बनने तक उन्हें नजदीकी सरकारी भवनों या राजकीय इंटर कालेजों में संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। नए एवं उच्चीकृत किए जा रहे कालेजों में नियमित प्रकृति और आउटसोर्स प्रकृति के करीब 100 से ज्यादा पद सृजित किए गए हैं। इन पदों पर रोजगार भी मिलना तय है।
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उच्च शिक्षा में उठाए गए महत्वाकांक्षी कदमों को सरकार अपनी उपलब्धियों के तौर पर पेश करने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं को तेजी से पूरा कर सरकार ने अपने इरादे भी जता दिए हैं। उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में नए सरकारी डिग्री कालेजों की जरूरत महसूस की जा रही थी। इन्हें सरकार ने पूरा कर दिया है। निश्चित रूप से इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाया जाएगा।
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