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Ayodhya Ram Mandir: राम भक्तों ने थाने का घेराव कर मुझे पुलिस से छुड़ाया था : प्रेमचंद्र अग्रवाल

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने बताया कि मुझे पूरा विश्वास था कि करोड़ों राम भक्तों का संघर्ष और त्याग जाया नहीं जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 09:01 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 09:01 AM (IST)
Ayodhya Ram Mandir: राम भक्तों ने थाने का घेराव कर मुझे पुलिस से छुड़ाया था : प्रेमचंद्र अग्रवाल
Ayodhya Ram Mandir: राम भक्तों ने थाने का घेराव कर मुझे पुलिस से छुड़ाया था : प्रेमचंद्र अग्रवाल

देहरादून, जेएनएन। Ayodhya Ram Mandir उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने बताया कि मुझे पूरा विश्वास था कि करोड़ों राम भक्तों का संघर्ष और त्याग जाया नहीं जाएगा। इसी विश्वास के साथ 90 के दशक में हमने आंदोलन की राह पकड़ी। मैं तब आंदोलन के प्रचार में जुटा था। राम मंदिर निर्माण के लिए मैं कार सेवा का हिस्सा बना। 

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अक्टूबर 1990 में कार सेवा का एलान हुआ था और सभी को अयोध्या पहुंचने का निर्देश मिला था। उस समय उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। सरकार ने कारसेवकों को अयोध्या पहुंचने से रोकने के लिए भरसक प्रयास किए। उस समय मैं 30 वर्ष का था और मेरी शादी को तीन साल ही हुए थे। जब अयोध्या में रामशिला पूजन किया जा रहा था, तो मैं डोईवाला में गांव-गांव जाकर जनजागृति लाने के लिए संघर्षरत था। भानियावाला, रायपुर, नकरौंदा, शमशेरगढ़, डोईवाला एवं विभिन्न स्थानों पर जाकर समाज को राम मंदिर आंदोलन से जोड़ने का प्रयास किया।

तब मुलायम सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में कारसेवकों को गिरफ्तार करने की साजिश की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने गिरफ्तारी ऑर्डर थमा दिया। डोईवाला में पुलिस को दुकान की चाबी घरवालों को देने की बात कहकर मैं घर चला गया, लेकिन थोड़ी देर बाद ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। करीब 45 मिनट बाद डोईवाला के 400 से अधिक राम भक्तों ने थाने को घेर लिया और मुझे छुड़ा लिया। रात को मुझे फिर गिरफ्तार किया गया और देहरादून पुलिस लाइन में रखा।

इस दौरान मेरे बड़े भाई ताराचंद अग्रवाल, छोटे भाई ईश्वर चंद अग्रवाल और चचेरे भाई रामनिवास को भी गिरफ्तार किया गया था। मेरे पिता स्वर्गीय मांगेराम अग्रवाल भूमिगत हो गए थे। अगले दिन मेरे साथ ही जिले के 52 कारसेवकों को डोईवाला से टिहरी जेल ले जाया जा रहा था, तब भी डोईवाला में हजारों की संख्या में राम भक्तों ने पुलिस की गाड़ी से सभी कारसेवकों को छुड़ा लिया था।

राम मंदिर को लेकर 42 आंदोलनकारी गए थे जेल

अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर के आंदोलन के लिए डोईवाला के 42 राम भक्तों ने गिरफ्तारियां दी थी। अब पांच अगस्त बुधवार से श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। यह भारतीय जनमानस के लिए गौरव का क्षण है।

संस्कार भारतीय डोईवाला के अध्यक्ष और राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले ईश्वर चंद अग्रवाल ने बताया कि राम मंदिर आंदोलन में डोईवाला के राम भक्तों का भी बड़ा योगदान रहा है। राम मंदिर के लिए डोईवाला से 42 राम भक्तों ने मंदिर कार सेवा में सक्रिय भागीदारी निभाई। 

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इनमें डोईवाला के स्व. मांगेराम अग्रवाल, देवराज बाली, विनोद कुकरेती, प्रेमचंद अग्रवाल, रोशन लाल अग्रवाल, ललित बाली, ओमप्रकाश कम्बोज, ईश्वर चन्द अग्रवाल आदि ने राम मंदिर के लिए गिरफ्तारी दी थी। इन्होंने मंदिर निर्माण को लेकर तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार व पुलिस के उत्पीड़न को सहन किया। अग्रवाल ने कहा कि वर्षो के संघर्ष के बाद आखिरकार वह घड़ी आ गई जब अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य राममंदिर बनेगा। इसमें सभी भारतीय जनमानस अपना सहयोग देंगे।

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