उत्तराखंड चुनाव 2022: प्रदीप बत्रा बाले, हरक सिंह रावत जब तक पार्टी में थे, तब तक थे साथी
Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि हरक सिंह रावत से उनका कोई संबंध नहीं है। कहा जब तक पार्टी में थे तब तक उनसे उनका संबंध था। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर हो रही चर्चाओं को लेकर अपना बयान दिया।
जागरण संवाददाता, रुड़की। कैबिनेट मंत्री को मंत्रीमंडल से हटाने और उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाले जाने के बाद से विधायक प्रदीप बत्रा को लेकर इंटरनेट मीडिया पर तमाम तरह की बातें उठती रही। इसको लेकर विधायक प्रदीप बत्रा ने साफ कहा कि हरक सिंह रावत जब तक भाजपा में थे, तब तक ही उनका संबंध उनसे था, अब हरक सिंह ने उनका कोई संबंध नहीं है। वह भाजपा के कार्यकर्त्ता के रूप में काम कर रहे हैं।
वर्ष 2016 में हरक सिंह रावत के साथ हरिद्वार जिले से विधायक प्रदीप बत्रा एवं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। 2017 में नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। इसी बीच भाजपा ने बगावती तेवर अपना रहे कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से निकाल दिया।
दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि उनको लेकर इंटरनेट मीडिया पर जो बातें कहीं जा रही है वह पूरी तरह से गलत है। वह भाजपा के अनुशासित सिपाही है। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है वह लगातार उसका निर्वहन कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने उनको जो सम्मान दिया है उसे कभी भूलाया नहीं जा सकता। पार्टी आगे भी जो जिम्मेदारी देगी, उसका ही निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह लगातार पार्टी की रीति-नीति एवं सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।