त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: थम गया चुनावी शोर, पोलिंग पार्टियां रवाना
राज्य के 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के 16 अक्टूबर को होने वाले द्वितीय चरण मतदान के लिए सोमवार शाम चुनावी शोर थम गया।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। हरिद्वार को छोड़कर राज्य के शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के 16 अक्टूबर को होने वाले द्वितीय चरण मतदान के लिए सोमवार शाम चुनावी शोर थम गया। इसके साथ ही प्रत्याशियों ने अब घर-घर संपर्क का क्रम तेज कर दिया है। तृतीय चरण में 11167 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। वहीं, मतदान संपन्न कराने के लिए सोमवार से पोलिंग पार्टियों की रवानगी का सिलसिला शुरू हो गया।
पंचायत चुनाव के तृतीय चरण में 16 अक्टूबर को 28 विकासखंडों की 2416 ग्राम पंचायतों में वोट डाले जाएंगे। इनमें 21391 पदों के सापेक्ष 11167 प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान से 48 घंटे पहले सोमवार शाम पांच बजे इन सभी विकासखंडों में चुनाव का शोर थम गया। साथ ही वहां राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त प्रेक्षकों ने भी डेरा डाल लिया है।
इस बीच सोमवार से द्वितीय चरण का मतदान संपन्न कराने को पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू हो गई। राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट के अनुसार सोमवार को 719 पोलिंग पार्टियां रवाना हुई, जो दूरस्थ क्षेत्रों की थीं। उन्होंने बताया कि शेष 2469 पोलिंग पार्टियां मंगलवार को रवाना होंगी और शाम तक पोलिंग बूथों पर मोर्चा संभाल लेंगी। 16 अक्टूबर को सुबह आठ बजे से मतदान शुरू होगा।
पहले ग्राम पंचायत, अंत में जिपं सदस्य पद के मतों की होगी गणना
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सर्वप्रथम ग्राम पंचायत सदस्य और अंत में जिपं सदस्य पद के वोटों की गिनती की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतगणना के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव रोशन लाल के निर्देशानुसार प्रेक्षक की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम से मत पेटियां निकाली जाएंगी। इसको लॉग बुक में दर्ज करने के बाद रोस्टर के मुताबिक मत पेटियों को मतगणना टेबिल पर भेजा जाएगा। ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान के मतपत्रों की पर्चियां अलग-अलग कर 50 की गड्डी बनाई जाएगी। ग्राम पंचायत सदस्यों की वार्ड वार गड्डियां बनाई जाएंगी। सबसे पहले ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और अंत में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वोटों की गिनती होगी।
18 तक मतगणना अभिकर्ता की दें सूची
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी प्रत्याशी अपने-अपने मतगणना अभिकर्ता की सूची 18 अक्टूबर तक ब्लॉकों में उपलब्ध करा दें, ताकि उनके पास समय से जारी हो सकें। सभी उम्मीदवारों को मतगणना अभिकर्ताओं के साथ मतगणना के दिन सुबह 7:30 बजे तक हॉल में पहुंचना अनिवार्य होगा।
संदिग्ध मतपत्रों का अलग से बनेगा बंडल
संदिग्ध मतपत्रों का अलग से बंडल बनाया जाएगा। इसमें संदिग्ध मतपत्रों की संख्या और संदिग्ध मतपत्र लिखा जाएगा। निर्वाचन अधिकारी इन पत्रों की वैधता की जांच करेंगे।
ये मतपत्र नहीं होंगे मान्य
- निशान नहीं लगा हो या भिन्न तरीके से लगा हो
- दो या अधिक प्रत्याशियों के सामने निशान लगा हो
- कोई ऐसा निशान जो मतदाता की पहचान उजागर करता हो
- मतपत्र कटा फटा हो
- पीठासीन अधिकारी से प्रमाणित नहीं हो या नकली हो
- निशान चुनाव चिह्न विभाजित करने वाली रेखा के बीच में हो
मंत्री और विधायकों को जिम्मेदारी
भाजपा ने पंचायत चुनाव में पार्टी का परचम फहराने के मद्देनजर मंत्री औपर विधायकों को जिम्मेदारी सौंप दी है। क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के मद्देनजर उन्हे दायित्व सौंपे गए। भाजपा सांसदों, विधायकों, प्रांतीय पदाधिकारियों, दायित्वधारियों और जिला स्तर पर गठित समितियों के पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही 16 अक्टूबर को पंचायत चुनाव के अंतिम चरण का मतदान होने के बाद पार्टी के सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया तेज करने का निश्चय किया गया। इस कड़ी में पांच से 10 नवंबर के बीच एक तिथि को मंडल इकाइयों के चुनाव कराए जाएंगे। यही नहीं, पार्टी ने 16 अक्टूबर के बाद गांधी संकल्प यात्रा तेज करने का निश्चय भी किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अजय भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार की मौजूदगी में प्रदेश कार्यालय में हुई इस बैठक में कई अहम मसलों पर चर्चा की गई। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पत्रकारों से बातचीत में बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी साझा की।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि पंचायत चुनाव के चलते पार्टी के संगठनात्मक चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। बैठक में तय किया गया कि पंचायत चुनाव के अंतिम चरण का मतदान होने पर 16 अक्टूबर के बाद संगठन के चुनाव प्रारंभ कर दिए जाएंगे। प्रदेश के दो जिलों टिहरी व अल्मोड़ा को छोड़ बूथ स्तर के चुनाव हो हो चुके हैं। जल्द ही दोनों जिलों में बूथ स्तर के चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद नवंबर में एक से 10 तारीख के बीच एक तिथि तय कर एक ही दिन 228 मंडलों में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे।
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उन्होंने बताया कि पंचायत चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने को मंत्री, विधायकों, दायित्वधारियों समेत सभी को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। क्षेत्र पंचायत प्रमुखों व जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर भी भाजपा की जीत तय करने के मद्देनजर मंत्री, विधायकों और जिला स्तरीय अधिकारियों की कोर कमेटी बनाई गई है। हर हाल में पंचायतों में भाजपा का परचम फहराए, इसका जिम्मा कोर कमेटी को दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि गांधी संकल्प यात्रा के तहत 16 अक्टूबर के बाद सांसद, विधायक हर रोज 150 कार्यकर्ताओं के साथ 10 किमी यात्रा करेंगे।
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बूथ स्तर पर राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम
बैठक में यह भी तय हुआ कि पार्टी स्तर से नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस भव्य ढंग से मनाया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक इस दिन पार्टी बूथ स्तर तक कार्यक्रम आयोजित करेगी।
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