पैराग्लाइडिग व राफ्टिग बढ़ाएगा पर्यटकों का रोमांच
जागरण संवाददाता देहरादून कोरोना संक्रमण के कारण ठप पड़ा पर्यटन पाबंदियां हटने के ब
जागरण संवाददाता, देहरादून : कोरोना संक्रमण के कारण ठप पड़ा पर्यटन पाबंदियां हटने के बाद अब दोबारा रफ्तार पकड़ेगा। शासन की मंजूरी के बाद प्रदेश में जल्द ही साहसिक गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं, इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से योजनाएं भी तैयार कर ली गई हैं। विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी करने के बाद साहसिक खेल गतिविधियां पैराग्लाइडिग, रीवर राफ्टिग शुरू हो जाएगी।
सहस्रधारा से पैराग्लाइडिग शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग ने हिमालयन एयरो स्पोर्ट्स एसोसिएशन से बात की है। दून में पैराग्लाइडिग को लेकर पर्यटकों में काफी क्रेज रहता है। विभाग की ओर से रविवार से पयर्टक स्थल सहस्रधारा को संवारने का काम भी शुरू किया जाएगा, ताकि यहां घूमने के लिए आने वाले पर्यटक खूबसूरत झरनों के साथ-साथ पैराग्लाइडिग का मजा भी ले सकेंगे। रोमांच के शौकीनों के लिए राफ्टिग भी जल्द शुरू होने जा रही है। राफ्टिग सीजन में उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान जैसे राज्यों से जलक्रीड़ा का लुत्फ उठाने आते हैं। एजीएम (यात्रा) एसपीएस रावत ने बताया कि गढ़वाल मंडल विकास निगम की ओर से राफ्टिग को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राफ्टिग कंपनियों को गाइडलाइन के अनुसार ही राफ्टिग कराने को कहा गया है। अमूमन राफ्टिग अक्टूबर और नवंबर दो महीने चलती है। विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद राफ्टिग शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कोई छूट दी जानी है, यह गाइडलाइन पर ही निर्भर करता है।
होम स्टे व होटलों में बढ़ेगी रोजगार की संभावना
कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा सीजन प्रभावित होने के कारण होम स्टे व होटल अब तक सूने पड़े थे। पाबंदियां हटने के बाद पर्यटक घूमने के लिए आते हैं तो होम स्टे करवाने वालों को व होटलों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी रोजगार मिल सकेगा। प्रदेश में करीब 2400 होम स्टे व 4000 होटल हैं, जहां पर यात्रा व घूमने के लिए आने वाले पर्यटक रूक सकेंगे। मौजूदा समय में जीएमवीएन के अधिकतर गेस्ट हाउसों को कोविड केयर व क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। ऐसे में पयर्टक होम स्टे व होटलों में रूक सकेंगे। चारधाम यात्रा भी पकड़ेगी रफ्तार
कोरोना के कारण चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो गई थी, लेकिन अब यात्रा रफ्तार पकड़ सकती है। यात्रा सीजन को अभी डेढ़ महीने का समय और है। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले दिनों में यात्रा बुकिग में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। अमूमन दीपावली के बाद ही चारों धामों के कपाट बंद होते हैं।