तो क्या छात्रवृत्ति के साथ पेंशन बांटने में भी हुआ है फर्जीवाड़ा, ये है पूरा मामला
समाज कल्याण विभाग विभिन्न जिलों में पेंशन तो बांट रहा है। लेकिन इसे ऑनलाइन सीधे खातों तक भेजने में हीलाहवाली की जा रही है।
देहरादून, रविंद्र बड़थ्वाल। छात्रवृत्ति में फर्जीवाड़े से जूझ रहे समाज कल्याण विभाग की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। फर्जीवाड़े का दायरा छात्रवृत्ति से आगे पेंशन तक बढ़ने जा रहा है। महकमा विभिन्न जिलों में पेंशन तो बांट रहा है, लेकिन इसे ऑनलाइन सीधे खातों तक भेजने में हीलाहवाली की जा रही है, वहीं पेंशन पाने वालों का सही ब्योरा तक उपलब्ध नहीं है। ये तमाम तथ्य समाज कल्याण महकमे की वर्ष 2016-17 की ऑडिट रिपोर्ट में सामने आए हैं।
टिहरी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली, अल्मोड़ा जिलों में जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालयों में करोड़ों रुपये की वित्तीय गड़बड़ी पकड़ी गई है। उक्त जिलों में सिर्फ अल्मोड़ा जिले में वर्ष 2014-15 के लिए स्पेशल ऑडिट कराया गया। जिलों में गरीबों, निराश्रितों, वंचितों को विभिन्न योजनाओं में दी जाने वाली 35.73 करोड़ की राशि की पार्किंग यानी बैंक खातों में ही बंधक बनाकर रख दी गई।
ऑडिट में पेंशन और अन्य लाभों की धनराशि के वितरण में गड़बड़ी पकड़ी है। जिला समाज कल्याण अधिकारियों ने करोड़ों की रकम तो बांटी लेकिन जिन्हें इन्हें दिया गया, उनका ब्योरा तक नहीं है। अल्मोड़ा में 1.52 करोड़ छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितता का अंदेशा जताया गया है। शादी और बीमारी के लिए पैसा होने के बावजूद इसे जरूरतमंदों को नहीं दिया गया। वित्त सचिव अमित नेगी का कहना है कि वित्त विभाग की उक्त ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को भेजी जा चुकी है। चमोली जिले में समाज कल्याण अधिकारी गोपेश्वर कार्यालय में 3.71 करोड़ से ज्यादा खर्च की गई राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं दिया गया।
टिहरी:
-14.75 करोड़ राशि की बैंक खातों में पार्किंग
-7.83 करोड़ की पेंशन राशि ऑनलाइन सीधे लाभार्थी के खाते में नहीं पहुंचाई, ऑफलाइन खातों के संचालन में अनियमितता का अंदेशा
-4.43 करोड़ पेंशन भुगतान के बिलों की पुष्टि के लिए लाभार्थियों की सूची संलग्न नहीं की -अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए जारी 2.67 करोड़ के निर्माण कार्य अधूरे
-राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना की 28.60 लाख की राशि के वितरण की रसीद नहीं
बागेश्वर:
-विभागीय खातों में विभिन्न योजनाओं की 4.36 करोड़ राशि अवरुद्ध रखी
-शादी व बीमारी अनुदान योजना की 60 हजार रुपये की राशि का उपयोग नहीं
-गौरा देवी कन्याधन योजना का ऑनलाइन क्रियान्वयन नहीं, 60 लाख रुपये से वंचित रहे लाभार्थी
-समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से 17.88 लाख की राशि निष्प्रयोज्य रही अल्मोड़ा:
-शासन से प्राप्त अनुदान राशि का समय पर उपभोग नहीं, बैंक खातों में अनियमित रूप से रखे गए 15.59 करोड़ रुपये
-छात्रवृत्ति मद में 1.52 करोड़ खर्च किए, लेकिन इसके अभिलेख उपलब्ध नहीं, गड़बड़ी का अंदेशा
-वर्ष 2009 में बंद विद्यालय के कर्मचारियों का अन्यत्र समायोजन नहीं किया
-वेतन-भत्ते के रूप में 22.62 लाख से ज्यादा राशि का अनियमित भुगतान
रुद्रप्रयाग:
-शासनादेशों का उल्लंघन कर विभागीय खातों में 3.03 करोड़ की राशि की पार्किंग
-किसान पेंशन योजना के तहत 96.59 लाख की पेंशन बांटी, लेकिन खेती कर रहे हैं या नहीं, इसका साक्ष्य नहीं जुटाया
-210 लाख की राशि इस्तेमाल किए बगैर शासन को लौटाई
-अटल आवास योजना के तहत अपात्रों का चयन कर 3.75 लाख की राशि वितरित
गोपेश्वर:
-बहुद्देश्यीय भवन निर्माण को जारी 76.92 लाख की राशि का समय पर इस्तेमाल नहीं
-ठेकेदारों को किए गए भुगतान पर आयकर कटौती नहीं कर सरकार को 22.55 हजार का लगाया चूना
-3.71 करोड़ से अधिक धनराशि के खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं।
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